नई दिल्ली, राष्ट्रबाण। तीन साल पहले पटेल परिवार को अवैध रूप से अमेरिका वाले एजेंटों के खिलाफ ईडी की जाँच में मानव तस्करों के एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का पता चला है। इनका कनाडा के कम-से-कम 260 कॉलेज एवं यूनिवर्सिटीज से संपर्क है। ये कनाडा के रास्ते अमेरिका जाने के लिए ‘अवैध प्रवासियों’ को छात्र वीजा जारी करते हैं। बता दें कि कनाडा के रास्ते अमेरिका में घुसते हुए जगदीश पटेल की उनकी पत्नी और दो बच्चों की -37 डिग्री सेल्सियस तापमान में मौत हो गई थी।
हर साल 35 हजार से अधिक लोगों को भेजते हैं
अमेरिका में अवैध घुसपैठ के लिए छात्र वीसा जारी के करने के लिए ये एजेंट एक व्यक्ति से 50-60 लाख रुपए तक लेते हैं। इसके लिए वे कनाडा के कॉलेजों में नामांकन दिखाते हैं और स्टूडेंट वीसा जारी होते है कनाडा के रास्ते अमेरिका में घुसपैठ करते हैं। ईडी की जाँच में पाया गया कि मुंबई और नागपुर के दो एजेंटों के जरिए ही हर साल 35 हजार से अधिक लोगों को कनाडा भेजा जाता है।
भारत देश में 3500 एजेंट सक्रिय
ईडी के अनुसार, पुरे भारत में सक्रीय है। इस रैकेट में गुजरात के 1700 और पूरे देश के 3500 एजेंट शामिल हैं। एजेंसी को आशंका है कि इस मामले की जाँच शुरू होने के बावजूद करीब 800 एजेंट इस काम में अभी भी लिप्त हैं। इस मामले में ED ने मुंबई, नागपुर, गाँधीनगर और बडोदरा के सात जगहों पर छापेमारी की। ईडी ने इससे जुड़े एक बैंक खाते से 19 लाख रुपए भी सीज किए हैं।