सिवनी, राष्ट्रबाण। कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही आबकारी विभाग कच्ची शराब बिक्री और बनाने वाली अवैध भाटियों के खिलाफ सक्रिय नजर आ रहा है। सहायक आबकारी आयुक्त शैलेश जैन के मार्गदर्शन में बुधवार 07 अगस्त 2024 को आबकारी विभाग के सिवनी मंडल के वृत्त उत्तर के अंतर्गत कान्हीवाड़ा क्षेत्र के ग्राम जावना एवं ग्राम बिछुआ के जंगल में संयुक्त दल द्वारा जहरीली हाथ भट्टी शराब के अड्डों पर छापा मारा गया। जिसमें लगभग तीन हजार दो सौ किलोग्राम सड़ा हुआ महुआ लाहन बरामद कर नष्ट किया गया है, एवं बीस लीटर अवैध हाथ भट्टी कच्ची शराब जप्त कर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम की धारा 34(1) क के अंतर्गत दो प्रकरण कायम किये गए है। छापे की कार्यवाही में अवैध कच्ची शराब बनाने की अनेक भट्टियां नष्ट की गई है। बरामद अवैध सामाग्रियों की अनुमानित कीमत लगभग तीन लाख पच्चीस हजार रूपए हैं। छापे की संयुक्त कार्यवाही में आबकारी विभाग के सिवनी मंडल के अंतर्गत शहर वृत्त, उत्तर वृत्त एवम् दक्षिण वृत्त का कार्यपालिक स्टॉफ सम्मिलित रहा है।
आबकारी की यह कार्यवाही एक तरफ तारीफे काबिल है तो दूसरी तरफ आबकारी विभाग की यह कार्यवाही सवालों के घेरे पर भी है। इतनी बड़ी मात्रा में महुआ लहान और कच्ची शराब का जखीरा पकड़ने के बाद इसे बनाने वाले विभाग के हाथ बाहर कैसे हो गए? अक्सर यह देखा गया है की आबकारी विभाग सिर्फ कच्ची शराब और हाथ भट्टी पर ही कार्यवाही करता है जबकि रोजाना शराब ठेकेदारों के द्वारा गाड़ियों में शराब भर कर ग्रामीण क्षेत्रो पर शराब तस्करी कर अवैध रूप से शराब बिक्री कराई जा रही है इस पर आबकारी विभाग के हाथ खाली नजर आते है। आबकारी विभाग पर शराब तस्करो और ठेकेदारों से आर्थिक लाभ के आरोप हमेशा से लगते आये है।