MY अस्पताल में नवजात की चूहों के काटने पर मौत, SHRC ने भेजा नोटिस, पूछा- लापरवाही का जिम्मेदार कौन?

Rahul Maurya

    इंदौर, राष्ट्रबाण: मध्य प्रदेश के इंदौर में महाराजा यशवंतराव MY अस्पताल के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में चूहों ने दो नवजात बच्चों को काट लिया, जिसमें एक बच्ची की मौत हो गई और दूसरा बच्चा वेंटिलेटर पर है। यह घटना 30 अगस्त और 1 सितंबर 2025 को हुई। इस गंभीर लापरवाही ने पूरे स्वास्थ्य विभाग को हिलाकर रख दिया है। मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग (SHRC) ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. अशोक यादव और महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया को नोटिस भेजकर जवाब माँगा है।

    SHRC ने पूछे सख्त सवाल

    SHRC ने अपने नोटिस में साफ पूछा है कि आखिर NICU जैसे संवेदनशील वार्ड में चूहे कैसे पहुँचे? नवजात बच्ची की मौत की असल वजह क्या थी? और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन है? आयोग ने अस्पताल प्रबंधन को एक महीने के भीतर जवाब देने का आदेश दिया है। SHRC के कार्यवाहक अध्यक्ष राजीव कुमार टंडन ने इस घटना को मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया है।

    नवजात की मौत

    मरने वाली बच्ची 5-7 दिन की थी और खरगोन जिले से लावारिस हालत में MY अस्पताल लाई गई थी। उसका वजन सिर्फ 1.2 किलोग्राम था, और वह पहले से ही कई जन्मजात बीमारियों से पीड़ित थी। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन चूहों के काटने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई और 2 सितंबर 2025 को उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मौत का कारण सेप्टीसीमिया और निमोनिया था, न कि चूहों का काटना। दूसरा बच्चा, जिसे सिर और कंधे पर चोटें आईं, अभी भी गंभीर हालत में है।

    प्रशासन ने उठाए कदम

    घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। ड्यूटी पर तैनात दो नर्सों को निलंबित कर दिया गया, नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट को हटाया गया, और विभागाध्यक्ष (HOD) को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। पेस्ट कंट्रोल कंपनी ‘एजाइल’ पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया और उसे हर सात दिन में पेस्ट कंट्रोल करने का आदेश दिया गया। एक पाँच सदस्यीय जाँच समिति भी बनाई गई है, जो एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी। लेकिन सवाल ये है कि पहले ये कदम क्यों नहीं उठाए गए?

    पाँच साल से नहीं हुआ पेस्ट कंट्रोल

    अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. अशोक यादव ने स्वीकार किया कि पिछले पाँच साल में MY अस्पताल में कोई बड़ा पेस्ट कंट्रोल नहीं हुआ था। हाल के भारी बारिश और जलभराव के कारण चूहे पाइपों के जरिए NICU में घुस आए। मरीजों के परिजनों द्वारा वार्ड में खाना लाने से भी चूहों की संख्या बढ़ी। लेकिन विपक्षी नेता और कांग्रेस विधायक उमंग सिंगार ने दावा किया कि ये लापरवाही “हत्यारी” है और सरकार ने अस्पताल को “मौत का अड्डा” बना दिया है।

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