युवक को बस से उतारकर अफीम रखने का फर्जी केस बनाया, कोर्ट ने कहा पूरे थाने की मिली भगत

मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ थाना पुलिस की बड़ी करतूत हाई कोर्ट के सामने उजागर हो गई है। 18 वर्षीय युवक को बस से उतारकर फर्जी अफीम केस में फँसाने का प्रयास न सिर्फ सीसीटीवी फुटेज में पकड़ में आया, बल्कि कोर्ट ने साफ कहा कि इस पूरे मामले में थाने के स्टाफ की मिलीभगत के संकेत स्पष्ट हैं। हाई कोर्ट के कड़े रुख के बाद एसपी विनोद मीणा ने खुद स्वीकार किया कि मल्हारगढ़ पुलिस की कार्रवाई अवैध थी, जिसके बाद 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। विडंबना यह कि जिस थाने की कार्यप्रणाली पर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं, वही हाल ही में देश के टॉप टेन थानों में शामिल होकर सुर्खियों में था।

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  • पुलिस अधीक्षक मीणा ने स्वीकारा मल्हारगढ़ पुलिस कि अवैधानिक कार्यवाही, 6 पुलिस कर्मचारी सस्पेंड

    मंदसौर / मल्हारगढ, राष्ट्रबाण। मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ पुलिस का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। 18 साल का एक युवक मंदसौर से प्रतापगढ़ सफर कर रहा था। तभी बस में तीन-चार लोग चढ़े और युवक को पकड़कर ले गए। बस में सीसीटीवी फुटेज लगे थे, जिसमें पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई। युवक को जब पकड़ा तो वह खाली था। बाद में युवक को मल्हारगढ़ थाने ले जाकर उस पर 2 किलो 700 ग्राम से अधिक अफीम रखने का केस बना दिया।

    युवक ने जमानत के लिए ‘हाई कोर्ट में अर्जी लगाई तो पूरा घटनाक्रम उजागर हो गया। कोर्ट ने जमानत का लाभ देते हुए कहा- इस घटना में पूरे थाने की मिलीभगत होने के संकेत मिल रहे हैं। कोर्ट ने एसपी विनोद मीणा को 9 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे हाजिर रहकर पूरे घटनाक्रम पर स्पष्टीकरण देने के आदेश दिए हैं।

    बस के सीसीटीवी फुटेज में खाली हाथ दिख रहा युवक, उसे जबरन ले जाया गया थाने :- 18 वर्षीय सोहनलाल 29 अगस्त, 2025 को बस में सफर कर रहा था। सोहन ने अधिवक्ता हिमांशु ठाकुर के जरिए जमानत अर्जी लगाई। इसमें उल्लेख किया कि जब बस को रोका तो उसमें सोहन खाली हाथ बैठा हुआ था। कपड़ों में आए लोग सोहन को गाड़ी में बैठाकर थाने ले गए। उस दिन के सभी फुटेज और वीडियो भी कोर्ट में देखे गए।

    जस्टिस सुबोध अभ्यंकर की खंडपीठ ने जमानत आदेश में उल्लेख किया कि मल्हारगढ़ थाने के पूरे स्टाफ की मिलीभगत दिख रही है। इस पर एसपी को हाजिर रहकर पूरी स्थिति साफ करने के लिए कहा है। वहीं, पुलिस की ओर जमानत के विरोध में कहा गया है कि हमारी कार्रवाई सही है।

    देश के टॉप टेन में शामिल हुआ है मल्हारगढ थाना:- जिस थाने की कार्यप्रणाली पर हाई कोर्ट ने सवाल उठाए है वही मल्हारगढ पुलिस थाना देश के टॉप टेन थानों में शामिल हुआ है । हाल ही में गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई सूची में मल्हारगढ थाने को टॉप टेन में से 9 वी रेंक मिली है और देश के बड़े चेनलो ओर अखबारों की सुर्खियों में रहा है । खुद गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री मोहन यादव और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने बधाई दी है ।

    पूरे मामले मे एसपी मंदसौर विजयमीणा ने कोर्ट को बताया गया कि जो लोग बस से छात्र को उतारकर ले जा रहे है वे सब मल्हारगढ़ थाने के सिपाही है साथ ही मल्हारगढ़ पुलिस कि उक्त कार्यवाही अवेधानिक है, फर्जी एनडीपीएस की कार्रवाई मामले में थाना प्रभारी सहित 6 अधिकारियों और आरक्षक को किया गया। जिसमे थाना प्रभारी राजेन्द्र पंवार, एस आई संजय प्रताप सिंह, एस आई साजिद मंसूरी , आरक्षक नरेंद्र सिंह, आरक्षण जितेंद्र सिंह , आरक्षक दिलीप जाट शामिल है।

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