बालाघाट (राष्ट्रबाण)। वैसे तो परसवाड़ा विधानसभा में सफेद कॉलर वाले ही दो नंबर के गैरकानूनी काम करने को लेकर बदनाम हैं। राजनीति के ये सफेदपोश सत्ता का संरक्षण लेकर जुआ, सट्टा, अवैध रेत और अवैध नशा के कारोबार करने के लिए बदनाम हैं। लेकिन आश्चर्य इस बात पर हैं कि यह सब प्रदेश के आयुष एवं जल संसाधन मंत्री रामकिशोर कावरे (Ayush Minister Ramkishor Kavre) के क्षेत्र में खुलेआम हो रहा हैं और मंत्री जी अनजान हैं? मजे की बात यह है कि यह जुआ की फड़े पुलिस चौकी के महज चार से पांच किलोमीटर की दूरी में फलफूल रही हैं। जिले भर में जुआ सट्टा का कारोबार पुलिस की अनदेखी के चलते लगातार पांव पसार रहा है।
- Advertisement -
शहरी क्षेत्र से लेकर नजदीकी ग्रामीण ईलाको तक सीमित रहने वाला यह जुआ और नालकटो का कारोबार अब जिले के नक्सल प्रभावित व संवेदनशील इलाको तक पांव पसार चुका है। जिससे पुलिस अब तक बेखबर है।
- Advertisement -
एक ओर जहां पुलिस विभाग के द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर ऐसे अपराधो व गतिविधियों पर अंकुश लगाने का दावा किया जा रहा है, तो वही दूसरी ओर जिले के रूपझर थाना क्षेत्र से लगे उकवा और डोरा गांव के बीच ये अपराधिक गतिविधियां खूब संचालित हो रही है या यू कहें कि संबधित थाना क्षेत्र की पुलिस की उदासीनता के चलते कुछ तथाकथित लोगो के द्वारा रोजाना शाम 04 बजे से लेकर रात्री 11 बजे तक बेखौफ होकर जुआ खिलाया जा रहा है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। जहां कुछ संदिग्धो के नाम भी हम तक सामने आये है।
- Advertisement -
सुत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार उकवा निवासी दादा वहाडे, बैहर निवासी रामेश्वर उर्फ रामू कदम तथा हामिद खान निवासी बैहर के द्वारा उक्त क्षेत्र में जुआ खिलाया जा रहा है। जहां इलको में देर रात का ताश के पत्तो पर लाखो का दांव लगाने का खेल चलता रहता है। यदि यहां खेल के दौरान पुलिस की रेड कार्यवाही होती है तो निश्चित ही 03 से 05 लाख रूपये तक का जुआ पकडा जा सकता है। ऐसी गतिविधियों के चलते लोग ना सिर्फ अपराधिक गतिविधियों का हिस्सा बनते है, बल्कि परिवार के लालन-पालन हेतू मेहनत से कमाई गई पूंजी को भी चंद मिनटो गवां रहे है। रूपय कमाने के शॉर्टकट तरीके के कारण लोग जुआ की लत में फसते जा रहे हैं। तो नालकट क्षेत्र के लोगो को जुआ सट्टा के दलदल में ढकेलते हुए अपनी तिजोरी भर रहे है। लेकिन बडी विडम्बना की बात यह है कि संवेदनशील ईलाके में इस तरह की अपराधिक गतिविधियां चल रही है और पुलिस को कोई खबर तक नही है। ऐसे में पुलिस सुत्रो के कमजोर होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता। इस सम्बन्ध मे रूपझर थाना प्रभारी से बात की गयी तो उन्होंने क्षेत्र मे जाकर जाँच करने की बात कही l
- Advertisement -
पुलिस चौकी से महज चार किलोमीटर दूर बैठती है महफ़िल : सूत्रों की माने तो नालकटो के द्वारा उकवा और डोरा चौकी क्षेत्र में रात के अंधेरे में बेखौफ जुआ फड जमाई जा रहीं हैं। नालकट इसके लिए जंगलों में जगह बदल-बदल कर फड बैठाते हैं, जिससे ये पुलिस कार्यवाही से बच सके। जंगल मे दरी बिछा कर जुआ खिलाने वाले ये नालकट प्रतिदिन 50 से 80 हजार की नाल काटते हैं।
- Advertisement -
बैहर से भागा तो उकवा में शुरू किया फड़ : सूत्रों की माने तो जुआ फड जमा कर नाल काटने वाले हामिद पहले बैहर क्षेत्र में ताश की महफ़िल सजाता था। लेकिन राष्ट्रबाण में समाचार प्रकाशित होने के बाद पुलिस कार्यवाही के डर से इसने अपना खेल खिलाने के स्थान बदल लिया। अब वर्तमान में यह उकवा और डोरा चौकी क्षेत्र में अपनी जुआ की महफ़िल सजा रहा हैं।
- Advertisement -
मंत्री जी मौन तोड़ो : वैसे तो आपराधिक और गैरकानूनी काम करने वाले हमेशा से राजनीति का संरक्षण प्राप्त होते हैं। यही संरक्षण की वजह से वह अपने काम को बैखोफ अंजाम देते हैं। लेकिन ऐसे अपराधों के खिलाफ क्षेत्र के विधायक और मंत्री का मौन समझ के परे हैं। जुआ फड़ के खिलाफ प्रदेश के आयुष मंत्री की रहस्यमयी चुप्पी समझ के परे हैं? क्या वह क्षेत्र के युवाओं के भविष्य के लिए चिंतित नहीं हैं? अगर वह इन नालकटो के खिलाफ कार्यवाही नहीं करा सकते तो खुलकर उनका संरक्षण होने की बात स्वीकार करना चाहिए। जिससे जनता उनसे कोई उम्मीद न लगाएं।