बालाघाट, राष्ट्रबाण। मानसून के शुरूआती दौर से ही बारिश का कहर निरंतर बढता जा रहा है। बारिश से जहां किसानो को राहत मिली है और कृषि कार्य शुरू हो चुका है, तो वही नदी-नाले उफान पर आ चुके है। जहां पुल पुलियो के डूबने से आवागमन भी बाधित होता नजर आ रहा है। बारिश का पिछले चार दिनो से सिलसिला लगातार जारी है। वही बिते दिन हुई तेज बारिश के कारण तीसरी बार बालाघाट- लामता- नैनपुर मार्ग पर मनकुवर नदी पर बना पुल बह चुका है। जिससे उक्त मार्ग से आवागमन पूर्णत: बाधित हो चुका है।
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आपको बता दे, पिछले साल भी इसी मार्ग पर तेज बारिश का कहर देखने मिला था, जहां मिट्टी के कटाव के कारण बालाघाट-लामता से नैनपुर मार्ग में मानकुंवर नदी पर बना पुल बह गया था और सडक धसक गई थी। जहां करीब 08 दिनो तक आवागमन बंद रहा। लेकिन यातायात में बढती समस्या को देखते हुए उसी स्थान पर डायवर्सन मार्ग का निर्माण किया गया था और आवागमन शुरू करवाया गया था। लेकिन इसी बीच जब स्थानीय लोगो के द्वारा नये पुल के निर्माण की मांग की जाने लगी, तब नेशनल हाईवे अथॉरिटी की ओर से नवीन पुल की स्वीकृति प्रदान की गई और नेशनल हाईवे पीडब्ल्यूडी जबलपुर के माध्यम से ठेकेदार को काम सौंपा गया। जहां ठेकेदार के द्वारा पुरानी क्षतिग्रस्त पुल का पुरी तरह ध्वस्त करवा दिया गया और एक डायवर्सन मार्ग का निर्माण करा दिया। जहां उक्त डायवर्सन मार्ग से आवागमन चल रहा था। परंतु मई महिने में हुई जोरदार बारिश के कारण मनकुंवर नदी का जल प्रवाह तेज हो गया और वैकिल्पक व्यवस्था के तौर पर बालाघाट-लामता से नैनपुर मार्ग पर बनाया गया डायवर्सन मार्ग बह गया था। जहां आवागमन की दृष्टि से व बागेश्वर धाम के आयोजित कार्यक्रम को देखते हुए आनन फानन में पुन: डायवर्सन मार्ग का मरम्मीकरण करवाया गया। जिसके बाद आवागमन सुचारू रूप से चल रहा था। लेकिन एक बार पुन: तेज बारिश के चलते ग्राम घंघरिया में मनकुंवर नदी पर बना डायवर्सन मार्ग बह गया है, जिस कारण उक्त मार्ग से आवागमन एक बार पुन: पूर्णत: बाधित हो चुका है। इस पुल के बहने से बालाघाट से नैनपुर, मंडला, सिवनी, केवलारी, जबलपुर सहित अन्य मार्ग पर चलने वाले वाहनों के पहिए सुबह से थम गए हैं।
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क्षेत्रीय ग्रामीणों की माने तो लामता से नैनपुर मार्ग पर मानकुंवर नदी पर बना पुल सालों पुराना था, जिसकी नीव पिछले साल अगस्त माह में बह गई थी। जो नदी से भारी मात्रा में रेत खनन होने के चलते बहा था। उस समय काफी दिनो तक आवागमन बाधित रहा था। परंतु एक बार पुन: पुल के बहने से आवागमन बाधित हो गया है, जिससे ना सिर्फ लोगो का आना जाना मुश्किल होगा बल्कि व्यापार पर भी गहरा प्रभाव पडेगा। अब यह मार्ग कब दुरूस्त होगा, कब नया व पक्के पुल का निर्माण होगा, कब लोगो को सुलभ मार्ग का लाभ मिलेगा….कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि इस मामले पर गंभीरता जाहिर करते हुए पूर्व विधायक मधु भगत ने जिम्मेंदार अधिकारीयों और मंत्री रामकिशोर कावरें पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा की 2022 में यह पुल टुटा है हमने प्रशासन को जगाने क प्रयास किया, पुल के निर्माण की बात कही, मध्य प्रदेश के आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे को भी अवगत कराया गया लेकिन सब की सब लापरवाह हैं। सब कमीशन में दबे हुए है यह भ्रष्टाचार की सरकार है। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और आयुष मंत्री मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।