सिवनी, राष्ट्रबाण। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के धनोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव दोन्दावान पिंडरई के समीप वेनगंगा नदी में बुधवार को लगभग 19 गौवंश के शव मिलने से छेत्र में सनसनी फैल गई। सूत्र बताते है कि गौवंश के गर्दन में किसी धारदार हथियार से वार किया गया है जिससे उनकी मौत हुई है। हालाँकि इस पुरे मामले में किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के अधिकारी बयान सामने नहीं आये है।
जानकार बताते है की घटना की जानकारी लगते ही मौके पर लखनादौन एसडीओपी, धनोरा थाना व पलारी चौकी की पुलिस के साथ 2 पशु चिकित्सक की टीम पहुँची। प्रशासन ने नदी पर जेसीबी उतारने का प्रयास किया लेकिन नदी के घाट के चलते जेसीबी मशीन नीचे नही आ सकी है। स्थानीय ग्राम वासियों द्वारा नदी में मृत गौवंशों को रस्सी से बांध कर बहार निकाला है। जानकारों की माने तो गौवंशो के शव 2 दिन पुराने हैं, शव फूल गए हैं। शाम लगभग 7 .30 बजे किसी तरह जेसीबी नदी किनारे उतरी गई और किनारे पर ही गड्ढा खोदकर मृत गौवंशो को जमीन में दफ़न का काम पुलिस की मौजूदगी में किया गया। पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर जांच में लिया है। पुरे घटनाक्रम पर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मामला गंभीर है, निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही की जाएगी। पशु चिकित्सा रविंद्र नर्रे, एस एस सैयाम ने कहते है कि नदी किनारे मिले गौवंश के शव की गर्दन नीचे के हिस्से को किसी धारदार हथियार से काटा गया है। हालांकि गौवंशो के सिर धड़ से अलग नहीं हुए हैं। गर्दन की नीचे की ओर का हिस्सा ही काटा गया है जिससे गौवंशो की मौत हुई।
हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश
इस घटना के सार्वजनिक होने के बाद हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। संगठन इस घटना को साजिश बता रहे है। तो कुछ लोग इस पर एतराज जताते हुए गौ भक्तो से पलारी पहुंचने का आह्वाहन किया है। युवा हिन्दू उत्सव समिती की और से मयूर दुबे ने अपने सोशल मिडिया अकाउंट फेसबुक में पुलिस प्रशासन से शीघ्र कार्यवाही की मांग करते हुए गौवंश तस्करी में लिप्त पुलिस कर्मियों पर भी कार्यवाही की मांग की है। साथ ही गौ भक्तो से गौवंश के हत्यारो को फांसी दिलाने की मांग को लेकर पलारी पहुंचने की अपील की है।