कभी बालाघाट डबल मनी मामले में विधायक हिना कावरे द्वारा आरोपियों के खिलाफ चीखती चिल्लाती थी। इसमें भाजपाई नेताओं के शामिल होने की बात करते हुए उन्हें पानी पी पी कर कोसती नजर आती थी। आम जनता का पैसा पीने वालो को सलाखों के पीछे बेड़ने की हुंकार भरती थी। लेकिन अब विधायक हिना के तेवर बदल गए। शायद डबल मनी मामले की की मलाई का हिस्सा हिना की झोली में भी डाल दी गई हैं ? यही वजह हैं की अब डबल मनी मामले में अब विधायक हिना कावरे दूरी बना रही हैं। जनता हित को भाड़ में झोक हिना अपने समर्थक को बचाने का प्रयास कर रही हैं?
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बालाघाट, राष्ट्रबाण। बालाघाट जिले का बहुचर्चित डबलमनी मामला लगातार सुर्खियों मे है। आये दिन निवेशकों के द्वारा थानो और पुलिस अधिकारियो को स्वयं के साथ हुयी धोखाधड़ी की शिकायते की जा रही है, जहा एक निर्धारित समय तक रकम की दुगुनी राशि देने का लालच देकर रुपयों की धोखाधड़ी करने की बात कही जा रही है। इस मामले में मुख्य आरोपी सुमेन्द्र कंकरने के साथ कई सहयोगी (एजेंट) पहले ही जेल की हवा खा चुके हैं। वर्तमान में सोमेंद्र फरार हैं जिस पर बालाघाट पुलिस ने इनाम घोषित किया हैं। अब ऐसी ही एक शिकायत किरनापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोसते निवासी सुरेश उरकुड़े पिता हिरालाल उरकुड़े के द्वारा पुलिस अधीक्षक से की गयी है। जहा शिकायतकर्ता ने ग्राम मुंडेसरा के सरपंच अजय पांचे पिता जवाहरलाल पांचे एवं गोविन्द पिता दिलीप पांचे पर डलबमनी का लालच देकर रूपयो की ठगी एवं धोखाधडी कर रूपये हड़पने का आरोप लगाया है।
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शिकायतकर्ता की माने तो वह अनावेदको से पहले से ही परिचित है औरअजय पांचे के कहने पर रूपयो को दुगुनी करने की स्कीम मे पैसे लगाएं थे, जिसके तहत वह कम समय में रूपया दुगुना करके दे देंगे। तब उनकी बातो मे आकर पीड़ित ने 7.50 लाख रूपए अपनी जमा पूंजी एवं अन्य नाते-रिश्तेदारो से उधार मांगकर दिए। जो 10 दिन से 01 माह के भीतर रूपया दुगुना करके वापस लौटाने की बात कही थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि ज़ब निर्धारित समयावधि पूर्ण होने पर उनसे रूपयों की मांग की गई, तो उन्होंने टाल मटोल करना शुरू कर दिया। हर बार नये-नये बहाने बनाते रहें, किन्तु सरपंच अजय पांचे एवं गोविन्द पांचे द्वारा आज दिनांक तक रूपये नही लौटाये है। अब रूपये लौटाने से भी इंकार क़र रहे है और विवादित लहजे पर उतरक़र जो बनता है कर लो कहते हुए जान से मारने कि धमकी दे रहे है।
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शिकायतकर्ता ने बताया की सरपंच अजय पांचे और गोविन्द पांचे द्वारा आस-पड़ोस के गांव के कई लोगो से रूपयो की ठगी की गई है जिससे इन ठगो द्वारा चारपहिया वाहन, दुपहिया वाहन, आलीशान घर भौतिक सुख-सुविधाओ की तमाम चीजे खरीदी भी गई है, इसके अलावा उनकी चल-अचल सम्पत्ति में भी इजाफा हुआ है। गरीबो की खून पसीने की कमाई में ठगी कर यह ऐशो आराम की जिंदगी अय्याशी से जी रहे हैं। ऐसे मे पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत क़र दोषियों के खिलाफ तत्काल दण्डात्मक कार्यवाही करने और उनसे रूपये वापस दिलवाने की मांग की है।
इस पुरे मामले मे पीड़ित ने राष्ट्रबाण को जानकरी देते हुए बताया कि उसकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है और ना उसके ब्यान दर्ज किये गए है। एक मर्तबा उसे थाने मे ब्यान देने बुलवाया गया था, लेकिन कृषि सम्बंधित व्यक्तिगत कार्य मे व्यस्त होने के कारण नहीं जा सका, परन्तु उसके बाद अभी तक कोई सुचना या कार्यवाही नहीं की गयी है। जबकि ऐसे मामले की अन्य कई पीड़ित लोगो ने भी शिकायत की है। उनकी भी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।
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विधायक हिना कावरे का समर्थक हैं ठग
डबल मनी मामले में कई राजनितिक लोगो के तार जुड़े होने की बात सामने आ रही हैं। यही नहीं यह मामला लगभग तीन करोड़ के लगभग बताया जा रहा हैं जिसमे नेताओ के साथ-साथ पुलिस कर्मियों के पैसा होने की भी चर्चा बाजार में चल रही हैं। चर्चाओं के बीच अब एक बार फिर पीड़ित सुरेश उरकूड़े ने पुलिस प्रशासन की लाचारी को उजागर कर दिया हैं। पीड़ित ने बताया कि सरपंच अजय पांचे एवं गोविन्द पांचे लाँजी विधायका हिना कावरे के समर्थक हैं। उनके खिलाफ शिकायत होने पर पुलिस शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रही हैं। आरोपियों के साथ विधायक हिना कावरे कई कार्यक्रमों में मंच साझा कर अपनी राजनीती चमकाते नजर आती हैं। इन आरोपियों के लांजी विधायक हिना कावरे से बहुत मधुर संबंध हैं। जिसके चलते उनके खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं जा रही है। एक तरफ विधायक हिना कावरे जनता का हितैषी होने का ढोंग कर रही हैं तो दूसरी तरफ अपने आम जनता के खून पसीने की कमाई को लूटने वाले ठगो को संरक्षण दें रही हैं। जबकि डबलमनी का मामला बेहद गंभीर है और इसमें पुलिस ने शिकायतकर्ताओ से सामने आने कि अपील भी की थी। लेकिन दोषियों पर कोई कार्रवाही ना होना संदेह की बात साबित हो रही है। पुलिस का इस तरह का रवैया इस बात की और इशारा करता हैं की ठगो को कही न कही राजनैतिक संरक्षण दिया जा रहा हैं। विधायक हिना कावरे की चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रही हैं जिसका जवाब जनता उनसे चाहती हैं।