Balaghat News : कलमकार को सच उजागर करने पर की गई बदतमीजी व दी जा रही धमकी

Rashtrabaan
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  • पत्रकारों ने एकजुट होकर थाना प्रभारी व विकासखंड शिक्षा अधिकारी के संज्ञान में लाया मामला

बालाघाट, राष्ट्रबाण। लालबर्रा विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत शासकीय शालाओं में देरी से पहुंचने एवं समय से पहले शाला से जाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं पर कुछ समाचार पत्रों में एक दो माह पूर्व एवं दो दिन पूर्व भी मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा गैर जिम्मेदार शिक्षक-शिक्षिकाओं के विरुद्ध ग्रामीणों की शिकायत पर समाचार प्रकाशित किए गए हैं। जिससे आक्रोशित होकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक हायर सेकेंडरी विद्यालय कंजई की एक शिक्षिका ने समाचार पत्र तहसील प्रतिनिधि शैलेश (राहुल) जायसवाल से फोन पर अभद्रता पूर्वक बद्तमीजी के साथ बातचीत की है एवं समाचार पत्र के लालबर्रा तहसील प्रतिनिधि रविकिरण सोनी के घर पहुंच कर उक्त शिक्षिका ने अपने पति के साथ उन्हें भी धमकी दी है कि मैं विद्यालय कभी भी आऊं जाऊं कवरेज मत करना, वरना मैं थाने में झूठी शिकायत कर तुमको फंसा दूंगी। क्षेत्र में चल रही अव्यवस्थाओं पर शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराना पत्रकारों का दायित्व है। ऐसे में उक्त शिक्षिका द्वारा अपने पति के साथ पत्रकारों के घर पहुंचकर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करना व खबर प्रकाशित न करने की धमकी देना, पत्रकारों के अधिकार का हनन है। इस आशय का लिखित आवेदन थाना प्रभारी हेमंत नायक के नाम देकर सभी पत्रकारों ने उक्त शिक्षिका पर नियमानुसार विधिवत उचित कार्रवाई करने हेतु निवेदन किया है।

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विकासखंड शिक्षा अधिकारी को भी सौंपा ज्ञापन

विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत शालाओं में देरी से पहुंचने वाले एवं निर्धारित समय से पूर्व शाला छोड़ने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई बाबत तहसील क्षेत्र के सभी पत्रकार साथियों ने विकासखंड अंतर्गत शासकीय शालाओं के शासन द्वारा निर्धारित शाला समय के उपरांत शिक्षकों के लेट लतीफी के चलते देरी से खुलने व समय के पूर्व शाला बंद होने संबंधी काफी शिकायत स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से निरंतर पत्रकारों को की जा रही है। ग्रामीणों से प्राप्त शिकायत के आधार पर लालबर्रा तहसील क्षेत्र के पत्रकारों द्वारा विभिन्न समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनलों में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ समाचारों का प्रकाशन कर शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षण किया जा रहा है। कतिपय मामलों में यह देखा जा रहा है कि बालाघाट या अन्य स्थान से बस या मोटरसाइकिल स्कूटी से कुछ शिक्षक-शिक्षिकाएं शाला आना जाना करते हैं। जिसके कारण न ही निर्धारित समय पर शाला पहुंचते हैं और न ही निर्धारित समय तक शाला में रुकते हैं। इसके अलावा जिन अधिकारियों को शालाओं की मॉनिटरिंग का जिम्मा है वह भी नियमित रूप से शालाओं का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं, जिससे बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। वहीं पर बहुत सी शालाएं ऐसी है जहां पर पदस्थ शिक्षक-शिक्षिकाएं नियमानुसार अच्छा कार्य कर रहे हैं। समस्त पत्रकारों ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी से निवेदन किया है कि शाला में देरी से पहुंचने वाले एवं समय से पूर्व घर जाने वाले अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह शिक्षक-शिक्षिकाओं की नियमित जांच कर कार्यवाही करने का कष्ट करें, क्योंकि कुछ लापरवाह शिक्षकों के कारण अच्छा कार्य करने वाले शिक्षक भी कोप भाजन का शिकार बन रहे हैं।

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