Balaghat News: कौन दे रहा भ्रष्टाचारी अजगरों को संरक्षण ?

निर्माण एजेंसी मानक व गुणवत्ता का उलंघन कर रहे हैं इससे यह साफ जाहिर होता है कि यह निर्माण भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गया है

Rashtrabaan
Highlights
  • नाले में पानी के तेज बहाव से बह सकती है पुलिया, नही है मजबूती
  • चल रहा गुणवत्ताहीन पुलिया निर्माण कार्य, पुलिया हो रही छतिग्रस्त

किरनापुर, राष्ट्रबाण। जनपद पंचायत किरनापुर के अंर्तगत आने वाले ग्राम जानवा के समीप नाले पर हो रहे पुल निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। पुल निर्माण में गुणवत्ता पर ग्रामीणों द्वारा सवाल उठाया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिस तरह से निर्माण एजेंसी मानक व गुणवत्ता का उलंघन कर रहे हैं इससे यह साफ जाहिर होता है कि यह निर्माण भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गया है और यह पुलिया ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है।

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इसके बाद भी विभाग के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। मानो कमीशन की मलाई ने सभी को धृत राष्ट्र बना दिया हो। निर्माण स्थल पर योजना का बोर्ड तक नही लगाए गया है। जानकारों ने बताया कि मापदंडों के निमयो के अनुरूप कार्य पूरा नहीं कराया जा रहा है। सूत्र निर्माण कार्य में घटिया गिट्टी, सीमेंट एवं मिट्टी युक्त रेत का प्रयोग किया जा रहा है। विदित हो कि पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर खुलेआम भ्रष्टाचार कर जिम्मेदार अपनी तिजोरी भर रहे है। रोजगार सहायक द्वारा बताया गया की पाइप पुलिया अधूरा निर्माण है उसका कार्य चल रहा, उसके ऊपर लोहे से स्लैप किया जायेगा। लेकिन मजे की बात यह है कि नवनिर्मित पुलिया का कार्य अभी पूरा भी नहीं हुआ है कि पुलिया उखड़ने लगी है। जो पुलिया निर्माण में अति गुणवावत्ताहीन कार्य होने का प्रमाण दे रहा है।

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श्रुति चौधरी, सीईओ : क्या कर पाएंगी भ्रष्टो पर कार्यवाही।

पुलिया निर्माण इतना घटिया स्तर का किया गया की एक ही माह में निर्माणधीन पुलिया की धज्जियां उड़ गई, निर्माण कार्य का नामोनिशान नहीं रहेगा । ग्राम पंचायत ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान पुलिया पाइप लगाए जा रहे हैं। जो छतिग्रस्त हो चुका है और मिट्टी मिली रेत और घटिया व कम मात्रा में सीमेंट लगाने का उपयोग किया जा रहा है। घटिया निर्माण का ग्रामीणों द्वारा भारी विरोध किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि भारी बारिश हुई तो पुलिया पहली ही बारिश में बह सकती है। जिससे आवगमन में परेशानियां होगी, पुलिया देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है की कार्य कितना घटिया हो रहा है।
पर सचिव, रोजगार सहायक एवं ठेकेदार के अड़ियल रवैए व दबंगई से ही घटिया सामग्री का उपयोग कर पुलिया का निर्माण किया जा रहा है ।

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भ्रष्टाचार की पोल खोलती तस्वीर।

सूत्रानुसार निर्माण होने के बाद पुलिया में पानी की तराई भी नहीं की जा रही है जिससे कुछ ही दिनों के पश्चात लाखो रुपए से बनी पुलिया तहसनहस हो जाएगी। वर्तमान में नवनिर्मित पुलिया जगह जगह से उखड़ने लगी हैं। गौरतलब है कि किसी भी निर्माण कार्य की मूल्यांकन व जाँच उपयंत्री द्वारा की जाती है तभी उसकी गुणवत्ता का आंकलन होता है और वह निर्माण कार्य का मूल्यांकन करते हैं। लेकीन उपयंत्री की इस घटिया निर्माण में मूक सहमति प्रतीत होती है। सूत्रों कि माने तो उपयंत्री और इंजीनियर पैसों का लालच देख घटिया निर्माण को घर बैठे और आंख बंद मूल्यांकन कर रहे हैं। भोली भाली जनता, और किसानो को गुमराह करते हैं।
चौकाने वाली बात यह है कि निर्माण कार्यों को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिया निर्माण घटिया दर्जे का हुआ है। राजनैतिक संरक्षण के चलते ग्राम पंचायत के कार्य में ठेकेदार भ्रष्टाचार का नंगा नाच, नाच रहे है। पुलिया के भ्रष्टाचार देख प्रतीत होता है कि इस भ्रष्टाचार में वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत है। इन सभी की जानकारी जब सचिव, सरपंच और रोजगार सहायक से ली गईं तो वह टाल मटोल करते हुए कहने लगे कि कार्य के विषय में अभी नही बता सकते। वही उपयंत्री से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो फोन स्विच ऑफ था, जिससे बात नहीं हो सकी। अब देखना यह है कि सचिव , रोजगार सहायक , एवं ठेकेदार के भ्र्ष्टाचार पर वरिष्ठ अधिकारियों व जनपद सीईओ द्वारा क्या कार्यवाही प्रस्तावित की जाती है।

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मैडम जी कहिन
ग्राम में चल रहे पुलिया निर्माण कार्यों अभी प्रगति पर चल रहे हैं, वही निर्माण कार्यों का जब तक कार्य नही होता तब तक इंजीनियर द्वारा मूल्यांकन नही किया जाता। निर्माण कार्यों का निरिक्षण किया जायेगा अगर काम गुणवत्ताहीन होगा तो उसकी जांच की जायेगी, वही इस पुलिया निर्माण कार्यों को पुनः निर्माण कार्य कराया जायेगा, निर्माण कार्य शुरू होने से पहले स्थान पर साइन बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए, ऐसा नही हुआ तो सम्बन्धित अधिकारियों पर जल्द ही कार्यवाही की जायेगी।

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श्रुति चौधरी सीईओ जनपद पंचायत किरनापुर

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