राष्ट्रबाण: मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर सप्लाई में सऊदी अरब की कंपनी और उसमें कथित तौर पर पाकिस्तानी अधिकारियों की भागीदारी का खुलासा होने के बाद सियासी तूफान खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला है। रविवार को भोपाल में बिजली विभाग कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम ज्ञापन सौंपकर टेंडर रद्द करने की माँग की। प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि क्या स्मार्ट मीटर के नाम पर जासूसी का खतरा मँडरा रहा है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल, कांग्रेस का तीखा विरोध
कांग्रेस का आरोप है कि सरकार स्वदेशी का नारा देती है, लेकिन स्मार्ट मीटर सप्लाई के लिए सऊदी अरब की कंपनी को ठेका दिया गया, जिसमें पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं। यह कंपनी भोपाल में स्मार्ट मीटर स्थापित कर रही है, जिसे कांग्रेस ने आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया। पार्टी नेता मोनू सक्सेना ने कहा कि बिजली जैसे संवेदनशील क्षेत्र में विदेशी तकनीक का उपयोग साइबर हमले की आशंका को बढ़ाता है। उन्होंने माँग की कि टेंडर तत्काल रद्द हो और स्वतंत्र एजेंसी से जाँच कराई जाए। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने ‘टेंडर रद्द करो’ और ‘राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ बंद करो’ के नारे लगाए।
स्मार्ट मीटर पर पहले भी विवाद
मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर पहले से ही विवादों में हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि ये मीटर तेजी से चलते हैं, जिससे बिजली बिल 500-600 रुपये से बढ़कर 2000-2500 रुपये तक पहुँच गए हैं। उज्जैन, खंडवा, और बुरहानपुर में स्थानीय लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता स्मार्ट मीटर हटाने की माँग कर चुके हैं। अब पाकिस्तान कनेक्शन का मामला सामने आने से यह विवाद और गहरा गया है। बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि सरकार इस मामले की गंभीरता से जाँच करेगी। हालाँकि, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का दावा है कि स्मार्ट मीटर से लाइन लॉस कम हुआ है।
जाँच की माँग और सियासी हलचल
कांग्रेस ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाने की तैयारी की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार की लापरवाही से दुश्मन देश को तकनीकी और आर्थिक लाभ पहुँचाया जा रहा है। भोपाल में प्रदर्शनकारियों ने स्मार्ट मीटर को हटाकर पुरानी व्यवस्था बहाल करने की माँग भी की। इस विवाद ने मध्य प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है, और जाँच के परिणाम पर सभी की नजरें टिकी हैं।
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