नई दिल्ली, राष्ट्रबान: दिल्ली-एनसीआर में रविवार देर रात 12:55 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसने लोगों को नींद से जगा दिया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने बताया कि इस भूकंप का केंद्र पाकिस्तान में था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 थी। दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी झटके महसूस हुए। लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए, लेकिन राहत की बात यह रही कि जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। यह घटना दिल्ली-NCR में भूकंपीय जोखिम की याद दिलाती है।
रात में हिली धरती
दिल्ली-NCR में रात के सन्नाटे में अचानक इमारतें हिलने लगीं। कई लोग सो रहे थे, जब भूकंप के झटके महसूस हुए। सोशल मीडिया पर लोगों ने बताया कि उनके घरों में पंखे और झूमर हिल रहे थे। नोएडा, गाजियाबाद, और गुरुग्राम के निवासियों ने कहा कि झटके कुछ सेकंड तक रहे, लेकिन डर इतना था कि लोग सड़कों पर उतर आए। एक स्थानीय निवासी, रवि शर्मा ने बताया, “रात में अचानक बिस्तर हिलने लगा, मैंने सोचा शायद सपना है, लेकिन फिर परिवार के साथ बाहर भागा।”
पाकिस्तान में केंद्र, 10 किमी गहराई
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पाकिस्तान के डेरा गाजी खान के पास था, जो जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने इसकी तीव्रता 5.8 और गहराई 33 किमी बताई। पाकिस्तान में इस्लामाबाद, लाहौर, पेशावर, और मुल्तान जैसे शहरों में भी झटके महसूस हुए। यह भूकंप हिंदुकुश क्षेत्र की टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधि से जुड़ा माना जा रहा है, जो दिल्ली-NCR को भी प्रभावित करता है।
दिल्ली-NCR क्यों है जोखिम में?
दिल्ली-NCR भूकंपीय जोन IV में आता है, जो उच्च जोखिम वाला क्षेत्र है। दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) के अनुसार, हिमालय के पास होने और दिल्ली रिज की भूगर्भीय संरचना के कारण यहाँ भूकंप का खतरा बना रहता है। यमुना नदी के किनारे बसी दिल्ली में मिट्टी की परतें भूकंप के प्रभाव को बढ़ा सकती हैं। हाल के महीनों में दिल्ली-NCR में कई बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं, जैसे फरवरी 2025 में 4.0 तीव्रता का भूकंप। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि भूकंप प्रतिरोधी इमारतों की जरूरत और बढ़ गई है।
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