Pratapgarh Earthquake: राजस्थान के प्रतापगढ़ में भूकंप के झटके, मंदसौर तक असर

Rahul Maurya

    Pratapgarh Earthquake: गुरुवार, 7 अगस्त 2025 को राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.9 थी। इसका केंद्र प्रतापगढ़ में जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप का असर पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के पिपलियामंडी और मल्हारगढ़ क्षेत्रों तक देखा गया। सुबह 10:07 बजे आए इन झटकों से लोगों में दहशत फैल गई, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है।

    भूकंप का असर और दहशत

    प्रतापगढ़ शहर के नई आबादी, सदर बाजार, एरियापति, वाटर वर्क्स, बड़ा बाग कॉलोनी और मानपुर जैसे इलाकों में भूकंप के झटके साफ तौर पर महसूस किए गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि झटके हल्के थे, लेकिन कुछ सेकंड तक कंपन ने सभी को चौंका दिया। कई लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के पिपलियामंडी, मल्हारगढ़, कनघट्टी, अमरपुरा और रेवास-देवड़ा क्षेत्रों में भी झटके महसूस हुए। मल्हारगढ़ के एक स्कूल में पढ़ा रहे शिक्षक ने बताया कि उन्हें अचानक चक्कर जैसा महसूस हुआ, और फिर बच्चों ने भी कंपन की बात कही, जिससे भूकंप का अंदाजा हुआ। सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने अनुभव साझा किए, जिसमें कुछ ने इसे प्रकृति का हल्का इशारा बताया।

    क्षेत्र में भूकंप का इतिहास

    राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि यह भूकंप सुबह 10:07 बजे आया और इसका केंद्र प्रतापगढ़ में था। यह क्षेत्र पहले भी भूकंपीय गतिविधियों का गवाह रहा है। जानकारी के मुताबिक, लगभग 25 साल पहले, यानी साल 2000 में, प्रतापगढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस समय भी तीव्रता 3.9 के आसपास थी। विशेषज्ञों का कहना है कि 3.9 तीव्रता का भूकंप हल्का माना जाता है, लेकिन यह क्षेत्र की भूकंपीय संवेदनशीलता को दर्शाता है। इससे पहले, 2021 में मध्य प्रदेश के पास 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जो इस क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा भूकंप माना जाता है।

    कोई नुकसान नहीं

    अधिकारियों ने बताया कि इस भूकंप से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। फिर भी, स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। मंदसौर और प्रतापगढ़ में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा, लेकिन स्थिति जल्द ही सामान्य हो गई। एनसीएस ने लोगों को भूकंप से संबंधित जानकारी के लिए अपने आधिकारिक ऐप ‘भूकंप’ डाउनलोड करने की सलाह दी है। प्रशासन ने भी स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर भूकंप से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ाने की बात कही है।

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