ममता सरकार को फटकार, ‘रेप-मर्डर’ पर कोलकाता हाई कोर्ट सख्त

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  • कसा तंज-पुलिस अपने आप को नहीं बचा पा रही है, डॉक्टर्स को कैसे बचाएगी

नई दिल्ली/कोलकाता, राष्ट्रबाण। कोलकाता (Kolkata) के आरजी कर अस्पताल (RG Kar Hospital) में 14 अगस्त को हुई हिंसा को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) में शुक्रवार को सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस टीएस शिवगनम (Chief Justice TS Sivagnanam) ने राज्य सरकार और पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा- अस्पताल में तोड़फोड़ के लिए 7 हजार की भीड़ आई थी। पुलिस क्या कर रही थी?

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यह राज्य सरकार की नाकामी

इस पर पश्चिम बंगाल सरकार (Government of West Bengal) की तरफ से पेश हुए वकील ने कहा- हिंसा को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। 15 पुलिसवाले भी घायल हुए थे। डीसीपी भी घायल हुए हैं। पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई थी। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा- ऐसे मामलों पर 144 लगाई जा सकती थी। 7000 लोग एकदम से नहीं आ सकते। साफतौर पर यह राज्य सरकार की नाकामी है। पुलिस अपने आप को नहीं बचा पा रही है। डॉक्टर्स को कैसे बचाएगी।

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देश भर में उबाल

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल (RG Kar Hospital, Kolkata) में एक महिला चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या के विरोध में देशभर में लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है और धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भीड़ द्वारा तोड़फोड़ की गई, जिसका आरोप बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने बीजेपी (BJP) पर लगाया। इसके बाद सियासी माहौल गर्मा गया और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने राज्यभर में विरोध-प्रदर्शन किया।

इस्तीफे की उठी मांग

प्रदर्शन के दौरान ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के इस्तीफे की मांग उठी। भाजपा नेताओं ने इस जघन्य अपराध के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल (BJP MLA Agnimitra Paul) और भाजपा नेता रूपा गांगुली (BJP leader Roopa Ganguly) ने इस मुद्दे पर ममता बनर्जी की जिम्मेदारी तय करने की बात की है। भाजपा नेता रूपा गांगुली ने ममता बनर्जी के खिलाफ तीखे शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में ममता बनर्जी राज्य की स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। इसलिए, इस शर्मनाक घटना की जिम्मेदारी उनकी है। गांगुली ने कहा कि ममता बनर्जी को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।

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आठवें दिन भी ओपीडी ठप

पश्चिम बंगाल में ‘न्याय और सुरक्षा’ की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों के विरोध-प्रदर्शन के कारण राज्य के सरकारी अस्पतालों में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाएं शुक्रवार को आठवें दिन भी ठप रहीं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) के इस्तीफे की मांग को लेकर बीजेपी और सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (SUCI) द्वारा किए गए अलग-अलग बंद के आह्वान के कारण निजी बसों की आवाजाही कम होने और राहगीरों के कम निकलने से कई कस्बों और जिलों में सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित रहा।

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कई जिलों में झड़प के खबरें

हड़ताल पर राज्य सरकार के पूर्ण प्रतिबंध की अवहेलना करते हुए एसयूसीआई ने शुक्रवार सुबह छह बजे से राज्य भर में 12 घंटे का बंद जारी रखा। रिपोर्ट में कहा गया है कि हाजरा में पुलिस और प्रदर्शनकारी एसयूसीआई सदस्यों के बीच हाथापाई हुई, तथा विभिन्न धरना स्थलों पर पुलिस और एसयूसीआई प्रदर्शनकारियों के बीच इसी तरह की झड़पें अन्य जिलों से भी हुईं। भाजपा बुधवार आधी रात को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शांतिपूर्ण विरोध स्थल पर हुई बर्बरता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में तोड़फोड़ के पीछे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का हाथ है।

डॉक्टर पर हिंसा हुई तो 6 घंटे के अंदर एफआईआर, केंद्र सरकार ने जारी किए निर्देश

इस जघन्य अपराध के मद्देनजर, केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत डॉक्टरों पर होने वाले हमलों या हिंसा के मामलों में छह घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करनी होगी। सभी स्वास्थ्य संस्थानों को इस संबंध में मेमो जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी डॉक्टर पर हिंसा की स्थिति में घटना के छह घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करवाई जाए। इसकी जिम्मेदारी संस्था के प्रमुख की होगी, जो इस प्रक्रिया को सुनिश्चित करेंगे।

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साक्ष्य दे रहे सामूहिक दुष्कर्म के संकेत

बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त की रात को 31 वर्षीय ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव सेमिनार हॉल में बरामद किया गया था। शव पर चोट के निशान और खून बहने के प्रमाण मिले थे। जांच के दौरान यह पता चला कि डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि इस अपराध में कई लोग शामिल हो सकते हैं।

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सीएम ममता ने निकाला विरोध मार्च, बोलीं- वामपंथियों और भाजपा के गठजोड़ का पर्दाफाश होना चाहिए

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। उन्होंने पीड़िता के लिए न्याय और आरोपियों को मृत्युदंड की मांग की। बनर्जी के साथ आए टीएमसी कार्यकर्ताओं ने आरोपियों को मृत्युदंड देने के लिए नारे लगाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार चाहती है कि सच्चाई सामने आए और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि “वामपंथी और भाजपा” के बीच की सांठगांठ को उजागर किया जाना चाहिए।

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