भोपाल, राष्ट्रबाण। पूरे मध्यप्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है ऐसे में मध्य प्रदेश के कई बड़े जिलों में जलभराव जैसी स्थिति बन गई है खरगोन में तेज बारिश के चलते नदी उफान पर है ऐसे में खरगोन के 8 गांव से संपर्क टूट गया। भोपाल में सुबह से बौछार गिर रही है। वहीं मौसम विभाग की माने तो 27 जिलों यानी आधे मध्यप्रदेश में तेज बारिश का अनुमान जताया है। 10 जुलाई को भी हल्की बारिश होगी। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 12 जुलाई से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इससे प्रदेशभर में फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। यह सिस्टम अगले तीन से चार दिन तक एक्टिव रहेगा।
शनिवार को बालाघाट, दमोह,सिवनी,छिंदवाड़ा, मंडला समेत कई जिलों में पानी गिरा।सिवनी जिले में बैनगंगा नदी सहित छोटे नाले भी उफान पर पर है। मंडला जिले में हुई तेज बारिश से नर्मदा नदी सहित कई नदी उफान पर है है। छतरपुर में भी तेज बारिश के कारण जटाशंकर धाम का झरना तेजी से बहने लगा। खरगोन में वेदा नदी उफनाने से 8 गांव का संपर्क टूट गया है। यहां मोगावां और टिगरियाव पहुंच मार्ग के बीच रपटे पर वेदा नदी का पानी बह रहा है। ऊपरी हिस्से में हो रही बारिश से तीन दिन से यह हालात बने हैं। छतरपुर के जटाशंकर धाम में इस सीजन की पहली जोरदार बारिश शनिवार को हुई। सीढ़ियों और पहाड़ों से तेज झरने बहने लगे। सीढ़ियों से झरनानुमा पानी देखकर लोग खुद को रोक नहीं पाए और सीढ़ियों पर ही नहाने लगे।
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24 घंटे में मानसून का अपडेट
प्रदेश में शनिवार को 15 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में बालाघाट जिले के मलाजखंड में 28 मिमी यानी 1 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। दमोह में 23 मिमी, गुना में 7 मिमी, उज्जैन में 6 मिमी, छिंदवाड़ा में 6 मिमी, उमरिया में 5 मिमी, मंडला में 4 मिमी, नौगांव में 4 मिमी बारिश हुई। जबलपुर, खजुराहो, पचमढ़ी, सीधी, सिवनी, ग्वालियर, भोपाल और सतना जिले में भी बारिश हुई।
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24 घंटे में हेवी रेन का अलर्ट
मध्यप्रदेश में अगले 24 घँटे तेज बारिश का अनुमान लगाया गया है। आज जिन जिलों में हैवी रेन का अलर्ट है, उनमें भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिले शामिल हैं। बाकी जगह हल्की बारिश हो सकती है।
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मंडला में आफत की बारिश
मंडला जिले में कल से हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर है। नर्मदा नदी में पानी पुराने पुल से ऊपर बह रहा है तो नैनपुर की थमर नदी भी उफान पर है। तेज बारिश क चलते लैंड स्लाइडिंग के कारण मंडला से निवास मार्ग बाधित है। यहां घंटो से जमा लगा हुआ है।
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बालाघाट में ने सड़कों पर भरा पानी,वेन गंगा नदी का जल स्तर बड़ा
बालाघाट जिले में शनिवार से हो रही बारिश ने लोगों को हलकान कर दिया है। रोजमर्रा के कार्यो से लोग अब दूर होते जा रहे हैं। पिछले 24 घँटे की बारिश से बालाघाट जिले में जलभराव जैसे हालात बन गए हैं। 8 जुलाई को हुई बारिश ने जनजीवन पर खासा असर डाला है। शहरी क्षेत्र में जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने से जलभराव के हालत पैदा हो गए हैं। इसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बालाघाट शहरी क्षेत्र के सड़क, चौक और निचले क्षेत्र में जलभराव की कोई नई घटना नहीं है। 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश ने शहरी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति को पैदा कर दिया है। शनिवार की सुबह से बारिश ने जो रफ्तार पकड़ी है। वह देररात तक जारी रही। अच्छी बारिश के बाद किसानो ने खेतों में धान रोपाई का कार्य शुरू कर दिया है। बारिश की वजह से सर्किट हाउस मार्ग, हनुमान चौक, आंबेडकर चौक सहित निचले क्षेत्र में जलभराव हो गया। कई कॉलोनियों की गलियों में पानी भर गया। लोगों को आने जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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पिछले साल की अपेक्षा इस साल 25 मिमी अधिक वर्षा
बालाघाट में पिछले साल की अपेक्षा इस साल अधिक वर्षा दर्ज को गई है। इस वर्ष 25 मिमी वर्षा अधिक हो चुकी है। 24 घंटे में 5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले में बैहर तहसील में सबसे अधिक 323 मिमी एवं खैरलांजी में सबसे से कम 80 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। भू-अभिलेख से मिली जानकारी अनुसार 1 जून से प्रारंभ हुए चालू वर्षा सत्र में 8 जुलाई तक बालाघाट जिले में 215 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। गत वर्ष इसी अवधि में 190 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई थी।
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वैनगंगा नदी उफान पर
जिले में जून से लेकर अभी तक बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी के सिस्टम के एक्टिव हो जाने के कारण भारी बारिश का दौर जारी है। बारिश के कारण जहां वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है, वहीं छोटे नदी-नालों में जलस्तर बढ़ा है। लोग बारिश के पानी को देखने भी पहुंच रहे है। सिवनी और बालाघाट में बैनगंगा नदी के उफान से कई क्षेत्रो का आवगमन प्रभावित हुआ है।