मोहगांव (बिरसा), राष्ट्रबाण। विकास के दावों की हकीकत बयां करती एक तस्वीर सिवनी जिले के मोहगांव नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वार्ड क्रमांक 24, ग्राम दूधी से सामने आई है। यहाँ आज भी अंतिम संस्कार जैसी अत्यंत संवेदनशील और सामाजिक रूप से अनिवार्य सुविधा के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
बारिश हो या धूप, ग्रामवासियों को अपने परिजनों का अंतिम संस्कार खुले मैदान में करना पड़ता है, क्योंकि अब तक गाँव में मुक्ति धाम का निर्माण ही नहीं हुआ है। यह हालात उस समय और भी ज्यादा दुखद हो जाते हैं जब बारिश के दिनों में अंतिम संस्कार के लिए एक सम्मानजनक स्थान तक उपलब्ध नहीं होता।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह समस्या कोई नई नहीं है। नगर पालिका के गठन को 30 साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन इस अत्यंत आवश्यक मांग की लगातार अनदेखी की जाती रही है।
वार्डवासियों के अनुसार, इस मुद्दे को लेकर वे पूर्व में चुनाव बहिष्कार जैसे कदम भी उठा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी मांगें प्रशासन के कानों तक नहीं पहुंच रही हैं।
यहाँ गौर करने वाली बात यह भी है कि नगर पालिका द्वारा क्षेत्र में सड़क निर्माण, पानी की टंकियों और स्ट्रीट लाइट जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है, लेकिन श्मशान भूमि जैसी मानव जीवन के अंतिम पड़ाव से जुड़ी मूलभूत आवश्यकता पर किसी का ध्यान नहीं है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब किसी परिवार में दुःख की घड़ी आती है, तो उन्हें खुले स्थान में लकड़ी इकट्ठा कर अंतिम संस्कार करना पड़ता है, जिससे न सिर्फ सम्मान में कमी आती है बल्कि भावनात्मक रूप से भी पीड़ा होती है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि नगर पालिका प्रशासन इस गंभीर और लंबे समय से लंबित समस्या पर कब तक संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाता है। वार्डवासियों की यह आवाज़ केवल उनकी नहीं, बल्कि विकास की हकीकत पर उठता एक बड़ा सवाल है।
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