पहलगाम हमले के 3 आतंकी ढेर, PoK में जनाजे से बेनकाब हुआ पाकिस्तान

Rahul Maurya

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के तीन महीने बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। इस हमले में 26 लोग, जिसमें एक नेपाली नागरिक शामिल था, मारे गए थे। मारे गए आतंकी हबीब ताहिर का पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जनाजा निकला, जिसने पाकिस्तान की आतंकवाद को समर्थन देने वाली भूमिका को फिर से उजागर कर दिया।

    ऑपरेशन महादेव की कामयाबी

    22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरण वैली में पाँच आतंकियों ने M4 कार्बाइन और AK-47 से हमला किया, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई। यह 2008 के मुंबई हमले के बाद भारत में सबसे घातक आतंकी हमला था। लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली। 28 जुलाई को श्रीनगर के हरवान जंगल में ऑपरेशन महादेव में राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस और पैरा SF ने हबीब ताहिर, सुलेमान शाह उर्फ फैजल जट्ट, और यासिर को मार गिराया। गृह मंत्री अमित शाह ने इसे बड़ी सफलता बताया। NIA ने 22 जून को दो स्थानीय कश्मीरियों, परवेज और बशीर अहमद जोठार, को आतंकियों को पनाह देने के लिए गिरफ्तार किया।

    PoK में जनाजे पर हंगामा

    30 जुलाई को PoK के कुइयां गाँव में हबीब ताहिर का जनाजा-ए-गैब निकाला गया। ताहिर, पूर्व पाकिस्तानी सैनिक और LeT का आतंकी, इस हमले का प्रमुख साजिशकर्ता था। जनाजे में LeT कमांडर रिजवान हानिफ अपने भतीजे और हथियारबंद गुर्गों के साथ पहुँचा, जिसे ताहिर के परिवार ने मना किया था। हानिफ के भतीजे ने शोक सभा में बंदूक तान दी, जिससे स्थानीय लोग भड़क गए। टकराव के बाद हानिफ और उसके साथी भागने को मजबूर हुए। यह घटना PoK में आतंकवाद के खिलाफ बढ़ते स्थानीय विरोध को दर्शाती है।

    पाकिस्तान का आतंक कनेक्शन

    पाकिस्तान ने दावा किया कि LeT खत्म हो चुका है और पहलगाम हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं। लेकिन ताहिर के जनाजे और ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए LeT कमांडर अब्दुल रऊफ के अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों की मौजूदगी ने इस दावे की पोल खोल दी। रऊफ को अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित किया था। मुरिदके, जहाँ LeT का मुख्यालय है, में आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई थी। सोशल मीडिया पर लोग इसे पाकिस्तान की आतंक नीति का सबूत बता रहे हैं।

    भारत की कड़ी प्रतिक्रिया

    पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर और महादेव के जरिए आतंकियों को निशाना बनाया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने TRF की जिम्मेदारी की पुष्टि की, जिसे UNSC ने भी स्वीकार किया। भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए, इंडस वाटर ट्रीटी निलंबित की, और वाघा बॉर्डर बंद किया। NIA ने 3,000 घंटे की जाँच में 1,055 लोगों से पूछताछ की और हमलावरों की स्केच जारी की।

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