पटना, राष्ट्रबान: बिहार में शिक्षक भर्ती (TRE-4) को लेकर शुक्रवार, 19 सितंबर 2025 को पटना की सड़कों पर हजारों अभ्यर्थी उतर आए। इनका कहना है कि सरकार जल्द से जल्द TRE-4 का विज्ञापन जारी करे और 1.20 लाख शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करे। विधानसभा चुनाव से पहले इस मांग को पूरा करने के लिए अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
सड़कों पर उतरे अभ्यर्थी
राज्य के अलग-अलग जिलों से आए अभ्यर्थियों ने पटना में जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस ने रामगुलाम चौक पर उन्हें रोक दिया। प्रशासन ने हालात को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया है। बैरिकेडिंग, वज्र वाहन, और वाटर कैनन के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
अभ्यर्थियों की मांग
प्रदर्शनकारी युवाओं का कहना है कि सरकार ने TRE-4 के तहत शिक्षक भर्ती का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। वे मांग कर रहे हैं कि चुनावी आचार संहिता लागू होने से पहले सरकार भर्ती का विज्ञापन जारी करे। अभ्यर्थियों का कहना है, “हम प्रशिक्षित और टीईटी पास युवा हैं। हमें रोजगार का हक है। सरकार अगर वादा पूरा नहीं करेगी, तो हम गांव-गांव जाकर लोगों को इसका सच बताएंगे।”
सरकार पर दबाव
अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि वे अब खाली वादों से संतुष्ट नहीं होंगे। उनका कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं, तो इसका असर विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार उन्हें ठग रही है, और अब वे अपनी मांगें मनवाकर ही रहेंगे।
पटना में यह प्रदर्शन बिहार में बेरोजगारी और सरकारी भर्ती प्रक्रिया की सुस्ती को लेकर युवाओं के गुस्से को दर्शाता है। अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द TRE-4 की प्रक्रिया शुरू करे, ताकि लाखों बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके।
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