दिल्ली CM रेखा गुप्ता पर हमले के मामले में राजकोट से दूसरा आरोपी गिरफ्तार

Rahul Maurya

नई दिल्ली, राष्ट्रबाण: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के मामले में दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दूसरा आरोपी तहसीन सैय्यद को गिरफ्तार किया है। गुजरात के राजकोट का रहने वाला तहसीन मुख्य आरोपी राजेश भाई खिमजी सकारिया का करीबी दोस्त है, जिसने हमले से पहले उसे 2000 रुपये ट्रांसफर किए थे। इस खुलासे ने इस सनसनीखेज मामले को और गंभीर बना दिया है, और पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या यह हमला सुनियोजित साजिश का हिस्सा था। इस घटना ने दिल्ली की सियासत और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हमले की वह सुबह

20 अगस्त को सुबह करीब 8:15 बजे रेखा गुप्ता अपने सिविल लाइन्स कैंप ऑफिस में साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान लोगों की समस्याएं सुन रही थीं। तभी राजकोट के 41 वर्षीय राजेश भाई खिमजी सकारिया ने शिकायतकर्ता बनकर एंट्री ली और अचानक उन पर हमला कर दिया। इस हमले में मुख्यमंत्री को सिर, कंधे और हाथ में चोटें आईं। पुलिस ने तुरंत राजेश को हिरासत में लिया और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। जांच में सामने आया कि राजेश ने हमले से पहले सुप्रीम कोर्ट परिसर का भी दौरा किया था, जिससे यह संदेह गहरा गया कि उसकी मंशा और भी खतरनाक थी।

तहसीन की भूमिका

पुलिस की जांच में एक अहम सुराग तब मिला, जब पता चला कि तहसीन सैय्यद ने राजेश को 2000 रुपये ट्रांसफर किए थे। तहसीन को पहले राजकोट में हिरासत में लिया गया और फिर 22 अगस्त की रात दिल्ली लाया गया। रविवार को उसकी औपचारिक गिरफ्तारी हुई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तहसीन और राजेश लगातार संपर्क में थे, और यह रकम हमले की साजिश से जुड़ी हो सकती है। पुलिस ने तहसीन के मोबाइल को जब्त कर लिया है और उसकी कॉल डिटेल्स की जांच कर रही है। इसके अलावा, राजकोट में राजेश के पांच अन्य दोस्तों से भी पूछताछ की गई है, ताकि इस साजिश के पीछे की पूरी कहानी सामने आ सके।

राजेश की मंशा

जांच में यह भी सामने आया कि राजेश एक ऑटोरिक्शा चालक है और पशु प्रेमी होने के साथ-साथ आवारा कुत्तों के मुद्दे को लेकर नाराज था। उसकी मां भानुबेन ने दावा किया कि वह सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश से परेशान था, जिसमें दिल्ली में आवारा कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम में भेजने की बात थी। हालांकि, पुलिस इस दावे को सतही मान रही है और जांच कर रही है कि क्या यह हमला किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था। राजेश को 21 अगस्त को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था, और उससे पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं।

रेखा गुप्ता ने कहा

हमले के बाद रेखा गुप्ता ने अपने पहले बयान में कहा कि यह हमला न सिर्फ उन पर, बल्कि दिल्ली की जनता की सेवा के उनके संकल्प पर था। उन्होंने कहा कि वह इस कायराना हरकत से डरने वाली नहीं हैं और जनसुनवाई का सिलसिला जारी रखेंगी। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और AAP नेता अनुराग ढांडा ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। इस बीच, रेखा गुप्ता को Z-कैटेगरी की CRPF सुरक्षा प्रदान की गई है। सोशल मीडिया पर लोग इस हमले को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं, लेकिन पुलिस ने साफ किया कि जांच पूरी होने तक कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं निकाला जाएगा।

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