जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आतंकी घटनाओं में इजाफा देखने को मिला है। खासतौर पर जम्मू डिविजन में, जो कभी बिल्कुल शांत इलाका हुआ करता था। ऐसे में अब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फैसला किया है कि वह आतंकवाद (Terrorism) की बढ़ती घटनाओं से निपटने के लिए जम्मू डिविजन के 10 में से आठ जिलों के लिए 19 स्पेशल काउंटर टेरर यूनिट्स (Counter Terror Units) स्थापित करेगी। यह तब हुआ जब केंद्र सरकार (Central Government) ने पूर्व एनएसजी प्रमुख नलिन प्रभात (Former NSG chief Nalin Prabhat) को जम्मू-कश्मीर के विशेष डीजीपी के रूप में नियुक्त किया।
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की तर्ज पर गठन
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस सूत्रों ने बताया है कि स्पेशल यूनिट्स (Special Units) बनाने का फैसला बुधवार को लिया गया था। हर एक यूनिट का नेतृत्व डिप्टी एसपी रैंक का एक अधिकारी करेगा। सूत्रों ने कहा कि यूनिट्स का गठन जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की तर्ज पर किया गया है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (Special Operations Group) को 2000 के दशक के मध्य में शांति बहाली के बाद जम्मू डिविजन में अधिकांश स्थानों पर से भंग कर दिया गया था। हालांकि, अब फिर से इसी तरह की यूनिट्स आतंक का खात्मा करेगी।
इन जिलों में तैनाती
स्पेशल यूनिट्स को उन जिलों में तैनात किया जाएगा, जहां आतंकवादियों की आवाजाही देखी जा रही है। कठुआ जिले के मल्हार और बानी जैसे क्षेत्रों में एक यूनिट तैनात होगी। रियासी जिले के पौनी-रांसू, माहौर, चसाना और गुलाबगढ़ इलाकों के अलावा सीमावर्ती पुंछ जिले के बफलियाज-बेहरामगल्ला, मंडी-लोरन और गुरसाई इलाकों में एक-एक यूनिट तैनात की जाएगी। कठुआ और रायसी में हाल के दिनों में कई बार आतंकी हमले भी हुए हैं।
क्षेत्रों की हो गई पहचान
सूत्रों ने कहा कि उधमपुर जिले के लाटी और पंचेरी इलाकों; डोडा जिले के देसा-कास्तीगढ़ और असर क्षेत्रों; किश्तवाड़ जिले के दच्छन और द्रबशल्ला; राजौरी जिले के कालाकोट और रामबन जिले के रामसू, चंदरकोट-बटोटे और संगलदान-धर्मकुंड क्षेत्र में एक-एक यूनिट तैनात की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि ये स्पेशल पुलिस यूनिट्स आतंकवाद विरोधी अभियान चलाएंगी और इन इलाकों में होने वाले अपराध को भी रोकेंगी।