अंधविश्वास में अपनी ही बेटी की चढ़ाई बलि

Rashtrabaan

राष्ट्रबाण (संवाददाता)। फरीदाबाद सेक्टर-23 की संजय कॉलोनी निवासी आठ वर्षीय बच्ची खुशी की हत्या उसकी मां रानी ने अंधविश्वास में की थी।

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सेक्टर-23 की संजय कॉलोनी निवासी आठ वर्षीय बच्ची खुशी की हत्या उसकी मां रानी ने अंधविश्वास में की थी। रानी उसे ऑटो में बिठाकर पलवल की तरफ ले गई। राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव बघौला के पास ऑटो से उतरी। इसके बाद खेतों से पैदल चलते हुए झाड़ियों तक लेकर गई। वहां गला दबाकर हत्या कर दी। शव वहीं डालकर घर लौट आई। एसीपी धारणा यादव, क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी संदीप कुमार और एसआइ ब्रह्मप्रकाश ने मामला सुलझाते हुए रानी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे अदालत से एक दिन की रिमांड पर लिया है। महिला का पति राजेश सिक्योरिटी गार्ड का काम करता है।

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एसीपी हेडक्वार्टर आदर्शदीप सिंह के मुताबिक, रानी झाड़-फूंक में विश्वास रखती है। साल 2001 से वह अंधविश्वास में जी रही थी कि उस पर दैवीय शक्ति की कृपा है। पूछताछ में रानी ने बताया कि अंधविश्वास के चलते उसे भ्रम हो गया था कि दैवीय शक्ति उसकी बेटी को पसंद करती है। अगर वह उसकी बलि देगी, तो दैवीय शक्ति की उस पर और अधिक कृपा होगाी। इसी के चलते उसने करीब 15 दिन पहले भी खुशी को पानी के हौद में डुबाकर मारने का प्रयास किया था, मगर दूसरे बच्चों के आ जाने से वह मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाई। बृहस्पतिवार को पति ड्यूटी चला गया। वह खुशी को लेकर 12 बजे घर से निकली। उसकी हत्या कर शाम 4 बजे तक वापस लौट आई। पति राजेश ड्यूटी से लौटा, तो खुशी को ढूंढना शुरू कर दिया। राजेश ने संजय कॉलोनी चौकी में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कराया। सुबह खुशी का शव गांव बघौला के पास झाड़ियों में पड़ा मिला। जांच के दौरान क्राइम ब्रांच डीएलएफ को रानी पर संदेह हो गया। घर से कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी वह बेटी को हाथ पकड़कर ले जाते दिखी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया। खुशी के अलावा उसके 13 व 10 साल के दो बेटे हैं।

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