जबलपुर, राष्ट्रबाण। अब तक बाहुबली नेताओं में यूपी बिहार के नेताओं के नाम शुमार थे। उनके जंगल राज का भय दिखा कर मध्य प्रदेश को सुशासन वाला राज्य बताया जाता था। लेकिन अब मध्य प्रदेश भी यूपी बिहार की तर्ज पर जंगलराज की और चल पड़ा है। यहां जनता के कामो के लिए चुने गए जनप्रतिनिधि सरकारी कार्यो में हस्तक्षेप कर अपनी मर्जी के मुताबिक काम करने का दवाब बना रहे है। काम न होने की दशा में सरकारी कर्मचारी को पीटने और पीटने के साथ गरियाने से बाज नहीं आ रहे है।
जबलपुर जिले की आधारताल (Aadhartal) तहसील में पदस्थ पटवारी प्रवीण कुमार सिंह (Pravin Kumar Singh) ने जबलपुर कलेक्टर को पत्र लिख कर अपने साथ हुई घटना से अवगत कराते हुए आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की है। शिकायत अनुसार पनागर विधायक सुशील उर्फ़ इंदु तिवारी (BJP MLA Sushil Indu Tiwari)के द्वारा पटवारी प्रवीण कुमार सिंह पर गलत रिपोर्ट बनाने का दबाव बनाया जा रहा था। जिसे पटवारी द्वारा इंकार करने पर उसके साथ विधायक इंदु तिवारी ने गाली गलौच करते हुए अपने कार्यालय में उपस्थित कार्यकर्ताओं पिटवाया और पुरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी है।
पटवारी प्रवीण कुमार विधायक सुशिल तिवारी की शिकायत पर तहसीलदार के निर्देश का पालन करते हुए जाँच करने कुदवारी पहुंचे और वहां उपस्थित लोगो के कथन लेकर पंचनामा कार्यवाही की, जाँच प्रतिवेदन तहसील कार्यालय में जमा कर कर दिया गया। पीड़ित के अनुसार 5 अगस्त 2024 दिन सोमवार को राजेंद्र चौधरी (Rajendra Choudhari) द्वारा फोन लगा कर जाँच रिपोर्ट मांगी गई और उसे विधायक को देने की बात कही गई तो पटवारी ने रिपोर्ट तहसीलदार को सौंपने की बात कहते हुए, अग्रेषित होने पर ही जाँच रिपोर्ट देने की बात कही गई।
8 अगस्त 2024 दिन गुरुवार को विधायक कार्यालय से सोहिल खान (Sohil Khan) ने फ़ोन लगा कर पटवारी प्रवीण कुमार को विधायक निवास में बुलाया। लगभग 4:20 पर पटवारी विधायक कार्यालय पहुंचा जहां सोहिल और राजेंद्र के द्वारा पटवारी को जमाल खान के विरुद्ध रिपोर्ट बनाने का दबाव बनाने लगे। पटवारी के इनकार करने पर उसे धमकाने लगे और विधायक के आने की बात कही। कुछ समय बाद विधायक सुशिल उर्फ़ इंदु तिवारी कार्यालय पहुंचे। पटवारी द्वारा जाँच रिपोर्ट दिया गया तो विधायक ने पट्टा पर दिनांक न होने की बात पूछा और पटवारी के जवाब के बाद विधायक इंदु तिवारी द्वारा पटवारी से गाली गलौच किया गया और अपने समर्थको से पिटवाते हुए ट्रांसफर की धमकी और जान से मारने की दी गई।
इस घटना की शिकायत 9 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार को पटवारी द्वारा जिला कलेक्टर जबलपुर से की गई और पीड़ित ने अपनी और अपने परिवार के सदस्य को जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है। घटना का विरोध जताते हुए पटवारी संघ ने जिला कलेक्टर से मामले की जाँच और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है।
कौन है इंदु तिवारी?
सुशील उर्फ़ इंदु तिवारी भाजपा के बाहुबली नेता माने जाते है। वर्तमान में पनागर विधानसभा से विधायक है। सूत्रों की माने तो विधायक सुशील उर्फ़ इंदु तिवारी की गुंडई के किस्से क्षेत्र में मशहूर है। लोग विधायक के खिलाफ बोलने से डरते है, उन्हें भय रहता है की अगर विधायक के खिलाफ कुछ बोला गया तो उनके गुर्गे उनके साथ कोई भी घटना कर सकते है। विधायक को क्षेत्र में भूमाफिया भी माना जाता है। विधायक सुशील उर्फ़ इंदु तिवारी पर ट्रस्ट की जमीन पत्नी के नाम करवाने के आरोप भी है।
पनागर के मुख्यमंत्री हम!
जानकारों की माने तो सुशील उर्फ़ इंदु तिवारी का क्षेत्र में खासा दबदबा है। लोगो की माने तो विधायक और उनके समर्थक यह बात खुले रूप में कहते है की यहां के मुख्यमंत्री हम है, हमे किसी का कोई डर नहीं है। विधायक के समर्थको की गुंडागर्दी का दबदबा ऐसा है की लोग क्षेत्र में इनके खिलाफ जाने में भयभीत रहते है।
कांग्रेस हमलावर?
भाजपा के नेताओं की गुंडागर्दी को लेकर कुछ दिन पूर्व ही विधायक लखन घनघोरिया ने प्रेस कांफ्रेस लेकर पूर्व मंत्री पर अपरधियों को संरक्षण के आरोप लगाए गए थे। साथ ही पुलिस पर कार्यवाही न करने के दबाव बनाने के आरोप लगाए गए। तो वही भोपाल में हुई शराब कारोबारी से लूट के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए प्रदेश की सुरक्षा भगवान भरोसे बताया था। अब भाजपा विधायक की गुंडागर्दी का एक और ताजा मामला सामने आया है, अब कांग्रेस इस मामले क्या एक्शन लेती है इस पर नजर बनी हुई है।