बालाघाट, राष्ट्रबाण। बालाघाट जिले में खदान धसकने से दो मजदूरों की मौत के मामले में परिजनों ने शव का पीएम कराने से मना कर दिया। परिजन एक करोड़ रुपए मुआवजा राशि और अनुकंपा नियुक्ति की मांग पर अड़े रहे। जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारीयों ने परिजनों, जनप्रतिनिधि और श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा किया। बता दें कि मॉयल लिमिटेड बालाघाट खदान में बीती रात हुए हादसे में दो मजदूरों खिलेश उईके और मजहर बेग की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने कंपनी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा- कंपनी प्रबंधन की लापरवाही से दोनों मजदूरों की मौत हुई है। आक्रोशित परिजनों से जिला अस्पताल में एसडीएम, सीएसपी ने चर्चा की, देर रात खदान के अंडर ग्राउंड लेबल 13 पर ड्रिलिंग करते वक्त खदान धसक गई थी। मामला मैंगनीज और इंडिया लिमिटेड भरवेली खदान का है। मृतकों की ओर से श्रमिक संगठनों के अलावा पूर्व सांसद बालाघाट कंकर मुंजारे भी अस्पताल पहुंचे थे।
यह है घटना क्रम
- शुक्रवार शनिवार की देर रात्रि लगभग 9:30 बजे हुआ हादसा
- भूमिगत खदान के 13 वे लेवल में काम करने गए थे मजदूर
- श्रीगणेश एवं ऐ. के. इंटरप्राइजेज कम्पनी के बताये जा रहे मजदूर
- कटंगी के भजियापार निवासी खिलेश उईके और बालाघाट निवासी मजहर बैग की हुई मौत