मुंबई, राष्ट्रबाण। महाराष्ट्र चुनाव में महायुति के हाथों महाविकास अाघाड़ी गठबंधन की करारी हार के बाद शरद पवार ने रविवार को अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने माना कि नतीजे अप्रत्याशित थे और हार के पीछे के कारणों का विश्लेषण करने की कसम खाई। पवार ने कहा कि हम कई सालों से सार्वजनिक जीवन में हैं और हमें ऐसा अनुभव कभी नहीं हुआ। लेकिन अब जब हमें ऐसा अनुभव हुआ है, तो हम इस बारे में सोचेंगे, समझेंगे कि ऐसा क्यों हुआ और नए जोश के साथ लोगों के सामने जाएंगे।
नतीजे अप्रत्याशित
पवार ने स्वीकार किया कि परिणाम हमारे प्रयासों से मेल नहीं खाते। कहीं भी समन्वय की कमी नहीं थी, लेकिन खुद मैंने अभियान के दौरान विभिन्न जिलों का दौरा किया, और चाहे वह हमारी पार्टी, शिवसेना (यूबीटी) हो या कांग्रेस, सभी ने सामूहिक रूप से काम किया।
फिर से संघर्ष करेंगे
उन्होंने साफ किया कि चुनाव में अजित पवार की बड़ी जीत भले हुई हो, लेकिन एनसीपी मेरी है। हार के बावजूद, शरद पवार ने अपने नेतृत्व पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि लोग जानते हैं कि एनसीपी की स्थापना किसने की थी। हम जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर फिर से संघर्ष करेंगे। पार्टी का ध्यान अब अगले चुनावों पर होगा।
माना-हार चौंकाने वाली
शरद पवार ने माना कि यह हार चौंकाने वाली है और उन्होंने इसकी वजहों का गहराई से विश्लेषण करने की बात कही। पवार ने कहा कि उनकी पार्टी, शिवसेना (यूबीटी), और कांग्रेस ने मिलकर मेहनत की, लेकिन नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। एनसीपी जनता का भरोसा फिर से जीतने के लिए आगे काम करेगी। एनसीपी की मूल विचारधारा को जनता तक पहुंचाने का इरादा है।