वोट चोरी आरोपों पर राहुल गांधी को मिला शशि थरूर का समर्थन

Rahul Maurya

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ के गंभीर आरोपों का समर्थन किया है। राहुल ने गुरुवार, 7 अगस्त 2025 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और चुनाव आयोग पर मिलकर 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया। थरूर ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए तत्काल जांच की मांग की।

यह समर्थन तब आया है, जब हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर थरूर और कांग्रेस नेतृत्व में मतभेद सामने आए थे। थरूर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह गंभीर सवाल हैं, जिनका जवाब देना जरूरी है। बीजेपी ने इन आरोपों को निराधार बताया, जबकि चुनाव आयोग ने राहुल से सबूत देने या माफी मांगने को कहा है।

राहुल गांधी के गंभीर आरोप

राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पांच मुख्य मुद्दों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संविधान का आधार ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ का सिद्धांत है, लेकिन बीजेपी और चुनाव आयोग मिलकर मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़ रहे हैं। उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए दावा किया कि वहां 1,14,046 फर्जी वोटों के जरिए बीजेपी ने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट जीती।

राहुल ने बताया कि मतदाता सूची में 50 और 90 साल के लोगों के नाम ज्यादा जोड़े गए, जबकि 18-23 साल के युवा वोटरों के नाम कम थे। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में भी ऐसी गड़बड़ियां देखी गईं। राहुल ने मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट और सीसीटीवी फुटेज की मांग की, लेकिन आयोग ने सात फुट लंबे कागजी बंडल दिए, जिनका विश्लेषण करने में उनकी टीम को छह महीने लगे।

थरूर का समर्थन और कांग्रेस में मतभेद

शशि थरूर का राहुल गांधी का समर्थन करना इसलिए अहम है, क्योंकि हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उनके और कांग्रेस नेतृत्व के बीच तनाव देखा गया था। थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ की थी और सरकार के साथ मिलकर एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बने थे।

इससे कांग्रेस नेतृत्व नाराज था, और उन्हें संसद में इस मुद्दे पर बहस से बाहर रखा गया था। फिर भी, थरूर ने राहुल के आरोपों का समर्थन करते हुए X पर लिखा कि लोकतंत्र की विश्वसनीयता को अक्षमता या जानबूझकर छेड़छाड़ से नष्ट नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग से तुरंत कार्रवाई और पारदर्शिता की मांग की। यह कदम थरूर और कांग्रेस नेतृत्व के बीच एकजुटता का संदेश देता है।

बीजेपी और चुनाव आयोग का जवाब

बीजेपी ने राहुल गांधी के आरोपों को ‘बकवास’ और ‘लोकतंत्र का अपमान’ करार दिया। बीजेपी के अमित मालवीय ने कहा कि राहुल के पास कोई ठोस सबूत नहीं है, और वह केवल राजनीतिक नाटक कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जिन क्षेत्रों में वोटर बढ़े, वहां कांग्रेस और उसके सहयोगियों को ज्यादा सीटें मिलीं। चुनाव आयोग ने भी राहुल से शपथपत्र के साथ सबूत देने या अपनी बात वापस लेने को कहा। आयोग ने एक प्रारूप जारी किया, जिसमें राहुल से गलत वोटरों के नाम देने को कहा गया। आयोग ने यह भी कहा कि ऐसी गड़बड़ियों को रोकने के लिए पहले से ही सख्त प्रक्रियाएं हैं।

Read Also: राहुल गांधी के घर इंडिया गठबंधन की बैठक, बिहार SIR पर चर्चा

error: Content is protected !!