PMFBY: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत 30 लाख से अधिक किसानों के खातों में 3200 करोड़ रुपये की बीमा राशि डिजिटल रूप से ट्रांसफर की। यह राशि रबी 2024-25 और खरीफ 2024 सीजन की पहली किस्त के रूप में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के किसानों को दी गई। राजस्थान के झुंझुनूं में आयोजित एक समारोह में चौहान ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए भुगतान शुरू किया, जिसमें मध्य प्रदेश के लिए 1156 करोड़, राजस्थान के लिए 1121 करोड़, छत्तीसगढ़ के लिए 150 करोड़ और अन्य राज्यों के लिए 773 करोड़ रुपये शामिल हैं।
किसानों के लिए तेज और पारदर्शी व्यवस्था
झुंझुनूं हवाई पट्टी पर आयोजित इस समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी और राज्य कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा मौजूद रहे। चौहान ने कहा कि PMFBY के तहत 2016 से अब तक 78 करोड़ से अधिक किसान आवेदनों पर 1.83 लाख करोड़ रुपये के क्लेम बाँटे जा चुके हैं, जबकि किसानों ने केवल 35,864 करोड़ रुपये का प्रीमियम भरा है। नई व्यवस्था के तहत, खरीफ 2025 से राज्य सरकार या बीमा कंपनियों द्वारा भुगतान में देरी पर 12% जुर्माना लगेगा, जो सीधे किसानों के खातों में जाएगा। YES-TECH, WINDS पोर्टल और Krishi Rakshak जैसी तकनीकों ने दावों के निपटारे को तेज और पारदर्शी बनाया है।
स्वदेशी और राजनीतिक बयानबाजी
चौहान ने किसानों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने की अपील की और कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता विदेशों में जाकर देश की छवि खराब करते हैं, जो लोकतंत्र के लिए हानिकारक है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि उनकी सरकार ने जुलाई 2025 तक 1.48 लाख पॉलिसीधारक किसानों को 3912.53 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सरकार ने यमुना जल समझौते के जरिए शेखावाटी क्षेत्र में पानी की समस्या हल करने की दिशा में कदम उठाए हैं।
किसानों को राहत
कृषि मंत्रालय के अनुसार, इस ऐतिहासिक हस्तांतरण में पहली बार इतनी बड़ी राशि एक दिन में DBT के जरिए बाँटी गई। चौहान ने कहा कि अगले चरण में 8000 करोड़ रुपये और वितरित किए जाएँगे। किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि नकली उर्वरक और बीजों की बिक्री पर सख्त कार्रवाई की गई है, जिसमें कई FIR दर्ज की गईं। यह कदम किसानों के बीच भरोसा बढ़ाने और उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
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