Gold Price News: ट्रंप के ऐलान से 1400 रुपये टूटा सोना, क्या ये है खरीदने का सही मौका?

Rahul Maurya

Gold Price News: कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत में 1400 रुपये की भारी गिरावट दर्ज की गई, और यह 1,00,389 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। मंगलवार को भी कीमतों में 50 रुपये की मामूली कमी देखी गई। यह गिरावट उन निवेशकों के लिए राहत की खबर है जो सोने में निवेश के लिए कम कीमत का इंतज़ार कर रहे थे।

ट्रंप के फैसले ने खत्म की अनिश्चितता

ट्रंप का यह बयान यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) के एक फैसले के बाद आया, जिसमें एक किलो और 100 औंस के सोने की छड़ों पर 39% टैरिफ की आशंका जताई गई थी। इस खबर से 8 अगस्त को अमेरिकी सोना वायदा (दिसंबर डिलीवरी) 3534 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया था। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “सोना टैरिफ मुक्त रहेगा!” इस घोषणा के बाद सोमवार को अमेरिकी सोना वायदा 2.4% गिरकर 3404.70 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जबकि वैश्विक स्पॉट गोल्ड 1.2% कम होकर 3358.33 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर हुआ। स्विट्ज़रलैंड, जो वैश्विक सोने की रिफाइनिंग का केंद्र है, को इस फैसले से बड़ी राहत मिली, क्योंकि टैरिफ से सप्लाई चेन बाधित होने का खतरा था।

सोने में निवेश का मौका

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही में वैश्विक सोने की माँग 1% बढ़कर 1206 टन हो गई, जो 2016 के बाद सबसे अधिक है। ड्यूश बैंक जैसे संस्थानों का मानना है कि भूराजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी से सोने की कीमतें ऊँची रहेंगी। भारत में निवेशक गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) के ज़रिए सोने में निवेश कर सकते हैं। ये फंड शेयर बाजार में आसानी से खरीदे-बेचे जा सकते हैं, बिना भौतिक सोना रखे। गोल्ड ETF में चोरी या शुद्धता का जोखिम नहीं होता, और यह पारदर्शी व लिक्विड निवेश है। हालाँकि, बाजार के उतार-चढ़ाव और ब्रोकरेज शुल्क जैसे जोखिमों का ध्यान रखना ज़रूरी है।

बाजार पर असर और भविष्य

ट्रंप के इस फैसले ने सोने के बाजार में अटकलबाज़ी को कम किया है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताएँ सोने को सुरक्षित निवेश बनाए रखेंगी। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोमवार को 99.9% शुद्धता वाला सोना 900 रुपये गिरकर 1,02,520 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि बाजार की स्थिति का विश्लेषण कर निवेश करें, क्योंकि कीमतें अभी भी साल के उच्चतम स्तर के करीब हैं।

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