वॉशिंगटन, राष्ट्रबाण: अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक बड़ी चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप रूस-यूक्रेन युद्ध को इस तरह खत्म कर दें कि यूक्रेन को अपनी ज़मीन रूस को न देनी पड़े, तो वह उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करेंगी। यह बयान ट्रंप के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अलास्का में मुलाकात के लिए रवाना होने के समय आया है।
हिलेरी का बयान
न्यूयॉर्क टाइम्स के ‘रेजिंग मॉडरेट्स’ पॉडकास्ट में हिलेरी ने कहा, “अगर ट्रंप इस भयानक युद्ध को खत्म करें और यूक्रेन को रूस के सामने अपनी ज़मीन न छोड़नी पड़े, तो मैं उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करूँगी।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पुतिन के सामने किसी भी तरह की कमज़ोरी नहीं दिखनी चाहिए। न्यूयॉर्क की एक गृहिणी, सुज़ैन विल्सन ने कहा, “हिलेरी का बयान ट्रंप के लिए एक बड़ा मौका है, लेकिन यह आसान नहीं होगा।”
ट्रंप-पुतिन मुलाकात पर नज़रें
ट्रंप अलास्का में पुतिन से मिल रहे हैं ताकि तीन साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने का रास्ता निकाला जा सके। ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि पुतिन शांति के लिए तैयार हैं। इस मुलाकात के नाकाम होने की संभावना सिर्फ 25% है।” उन्होंने हाल ही में दावा किया था कि उन्होंने छह युद्धों को सुलझाया है, जिनमें भारत-पाकिस्तान तनाव भी शामिल है। वॉशिंगटन के एक दुकानदार, माइक थॉमस ने कहा, “अगर ट्रंप यह युद्ध खत्म कर पाएँ, तो यह दुनिया के लिए बड़ी राहत होगी।”
हिलेरी और ट्रंप का पुराना टकराव
2016 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप ने हिलेरी को हराया था। उस दौरान हिलेरी ने ट्रंप को “राष्ट्रपति पद के लिए अनुपयुक्त” बताया था और उनके समर्थकों को “बास्केट ऑफ डिप्लोरेबल्स” कहा था। हिलेरी ने तब ट्रंप की पुतिन की तारीफ की भी आलोचना की थी। उनका यह नया बयान दोनों नेताओं के बीच ताज़ा बहस छेड़ सकता है।
हिलेरी का यह बयान वैश्विक कूटनीति में नया मोड़ ला सकता है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अगर ट्रंप यूक्रेन की संप्रभुता को बरकरार रखते हुए युद्ध खत्म करते हैं, तो यह उनके लिए ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। ट्रंप-पुतिन की मुलाकात के नतीजों पर पूरी दुनिया की नज़रें टिकी हैं।
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