मुजफ्फरपुर राष्ट्रबाण: बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव का ताजा बयान सुर्खियां बटोर रहा है। मुजफ्फरपुर के कांटी में कार्यकर्ताओं से मुखातिब होते हुए आरजेडी नेता ने दावा किया कि वो बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। भाषण में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया, लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं और अंत में नारा लगाया, ‘हम फिर आएंगे!’ क्या ये बयान महागठबंधन में सीएम पद के दावे को मजबूत करने की कोशिश है, या सिर्फ कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने का हथकंडा?
कांटी में जोशीला संबोधन
मुजफ्फरपुर के कांटी हाई स्कूल में आयोजित सभा में तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “बिहार की हर सीट पर तेजस्वी चुनाव लड़ रहा है, आप सब ये समझ लीजिए।” खासकर मुजफ्फरपुर, गायघाट, बोचहां, कांटी और मुन्ना जी की सीटों का नाम लिया। संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी पर हमले से हुई, फिर लालू जी के जमाने में बिहार के विकास की बात की। अंत में ‘हम फिर आएंगे’ का नारा लगाकर माहौल गर्म कर दिया। ये बयान बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर आया है, जब गठबंधन की रणनीति पर बहस तेज है।
कांग्रेस को कसा ताना या जोश भरा इंजेक्शन?
तेजस्वी का ये दावा राजनीतिक विश्लेषकों के बीच चर्चा का विषय बन गया। मुजफ्फरपुर की कांटी सीट पर कांग्रेस का विधायक है, इसलिए इसे कांग्रेस पर दबाव की रणनीति माना जा रहा है। हाल ही में राहुल गांधी से महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे पर सवाल हुआ, तो उन्होंने जवाब टाल दिया। अब तेजस्वी का बयान इस बहस को फिर से हवा दे सकता है। क्या ये आरजेडी की तरफ से गठबंधन में अपनी प्रधानता दिखाने का तरीका है? या महज कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा करने का प्रयास? जानकार कहते हैं कि बिहार जैसे राज्य में वोटर एक मजबूत चेहरे की तलाश में रहते हैं, और तेजस्वी इसे भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।
पूर्णिया GMCH का सरप्राइज दौरा, स्वास्थ्य व्यवस्था पर NDA को घेरा
तेजस्वी ने गुरुवार रात पूर्णिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) का अचानक दौरा किया। वहां की जर्जर हालत देखकर उन्होंने NDA सरकार पर जोरदार हमला बोला। कहा कि ये कोई सामान्य जिला अस्पताल नहीं, मेडिकल कॉलेज है, फिर भी ICU का नामोनिशान नहीं, ट्रॉमा सेंटर बंद पड़ा है और कार्डियोलॉजी विभाग ही गायब है। एक बेड पर तीन मरीज लिटे हैं, बेडशीट 15-20 दिन पुरानी। 80 फीसदी डॉक्टर पद खाली, 255 नर्स पदों में सिर्फ 55 भरे, और ड्यूटी पर मुश्किल से 18 नर्सें। 23 विभागों में कई ठप, इंटर्न्स को छह महीने से वेतन नहीं।
तेजस्वी ने NDA पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया बिल्डिंग और मशीनरी पर अरबों उड़ाते हैं, लेकिन डॉक्टर-नर्स की भर्ती नहीं। नतीजा, रोज 10 हजार मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल जाते हैं। पीएम मोदी पर तंज कसते हुए बोले, “सीमांचल दौरे पर आ रहे हो, लेकिन 20 साल की NDA सरकार की नाकामियां क्यों नजर नहीं आतीं? पूर्णिया के इस मेडिकल कॉलेज जरूर घूम आओ, और 2005 के बाद के मुख्यमंत्रियों को साथ ले आओ, वरना फिर कहोगे ‘2005 से पहले कुछ था जी?'”
‘बिहार अधिकार यात्रा’ से नया आगाज
तेजस्वी ने 16 सितंबर से ‘बिहार अधिकार यात्रा’ शुरू करने का एलान किया, जो जहानाबाद से निकलेगी। ये यात्रा जन समस्याओं को उजागर करने और NDA की कमियों पर फोकस करेगी। राजनीतिक हलकों में इसे तेजस्वी की मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा को पंख देने की चाल बताया जा रहा है।
चुनावी समर में नया ट्विस्ट
तेजस्वी का बयान और दौरा बिहार चुनाव को रोचक बना रहा है। महागठबंधन में सीट बंटवारा और चेहरा तय करने की जंग तेज हो गई, वहीं NDA को स्वास्थ्य और विकास के मोर्चे पर घेरा जा रहा। क्या तेजस्वी बिहार की सत्ता पर वापसी करेंगे? ये सवाल अब सियासी गलियारों में गूंज रहा है।
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