स्मृति मंधाना का 12वां शतक, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार 117 रन, वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी

Rahul Maurya

    भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में 91 गेंदों में 117 रनों की शानदार पारी खेलकर इतिहास रच दिया। नई चंडीगढ़ के महाराजा यादवेंद्र सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में उन्होंने अपने करियर का 12वां वनडे शतक लगाया और बतौर ओपनर सबसे ज्यादा शतक बनाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की। स्मृति अब न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स और इंग्लैंड की टैमी ब्यूमोंट के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। उनकी पारी में 14 चौके और 4 छक्के शामिल थे।

    77 गेंदों में शतक, तोड़ा रिकॉर्ड

    स्मृति मंधाना ने सिर्फ 77 गेंदों में शतक पूरा किया, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला वनडे में सबसे तेज शतक है। इससे पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड की नट सिवर-ब्रंट के नाम था, जिन्होंने 2022 वर्ल्ड कप में 79 गेंदों में शतक बनाया था। यह स्मृति का वनडे करियर का दूसरा सबसे तेज शतक है, क्योंकि जनवरी 2025 में आयरलैंड के खिलाफ उन्होंने 70 गेंदों में शतक ठोका था। ताहलिया मैक्ग्रा के खिलाफ मिड-ऑफ पर छक्के के साथ उन्होंने तीन अंकों का आंकड़ा छुआ। उनकी इस पारी ने भारत को मजबूत शुरुआत दी।

    भारत की मजबूत शुरुआत, जेमिमा बाहर

    ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, लेकिन स्मृति ने उनके गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। उन्होंने प्रतिका रावल के साथ 70 रनों की ओपनिंग साझेदारी की। स्मृति ने इस साल 800 से ज्यादा वनडे रन बनाए, जो किसी भारतीय महिला बल्लेबाज का सर्वाधिक रन है। हालांकि, भारत की स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्ज वायरल बुखार के कारण इस मैच और बाकी सीरीज से बाहर हो गईं। उनकी जगह तेजल हसबनिस को शामिल किया गया। भारत ने अरुंधति रेड्डी और रेणुका सिंह को भी प्लेइंग इलेवन में उतारा।

    स्मृति की ऐतिहासिक उपलब्धि

    स्मृति मंधाना ने 106 पारियों में 12 शतक पूरे किए, जो सूजी बेट्स (130 पारी) से तेज है। वह मेग लैनिंग (15 शतक) और बेट्स (13 शतक) के बाद तीसरे स्थान पर हैं। स्मृति ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे शतक बनाए, जो किसी भारतीय बल्लेबाज का रिकॉर्ड है। उनकी इस पारी ने भारत को सीरीज में बराबरी का मौका दिया, क्योंकि पहला मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था। 30 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व कप से पहले स्मृति की फॉर्म भारत के लिए शुभ संकेत है।

    ऑस्ट्रेलिया ने भी अपनी टीम में बदलाव किए, किम गार्थ और फीबी लिचफील्ड की जगह डार्सी ब्राउन और जॉर्जिया वोल को शामिल किया। स्मृति ने जॉर्जिया वेयरहम को निशाना बनाया और कई शॉट्स के साथ दबाव बनाया। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने भारत को 300 रनों के करीब पहुंचाने की नींव रखी। भारत अब इस ‘करो या मरो’ मुकाबले में जीत के लिए बेताब है।

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