बहराइच,राष्ट्रबाण: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। एक मकान में 110 मतदाता दर्ज मिले हैं, जो सभी को हैरान कर रहा है। निर्वाचन आयोग ने सॉफ्टवेयर से 3 लाख 42 हजार 965 संदिग्ध वोटरों की पहचान की है। इनमें कई नाम दोहराए गए हैं, जबकि कुछ लोग 15 साल पहले नेपाल चले गए थे। जिले में कुल 24 लाख 65 हजार 320 मतदाता हैं। प्रशासन ने सत्यापन शुरू कर दिया है, लेकिन गड़बड़ी से निर्वाचन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
संदिग्ध वोटरों की पहचान
राज्य निर्वाचन आयोग ने सॉफ्टवेयर से संभावित डुप्लीकेट वोटरों की लिस्ट निकाली है। बहराइच में 3.42 लाख से ज्यादा संदिग्ध वोटर हैं। कई लोगों के नाम एक से ज्यादा जगह दर्ज हैं। कुछ नाम ऐसे हैं, जो नेपाल चले गए थे, लेकिन लिस्ट में बने हुए हैं। एक मकान नंबर में 110 वोटर दर्ज होने का मामला सबसे चौंकाने वाला है। आयोग ने नाम, पिता का नाम, उम्र और लिंग के आधार पर गड़बड़ी पकड़ी है।
जांच प्रक्रिया शुरू
जिला प्रशासन ने बीएलओ स्तर पर सत्यापन शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद डुप्लीकेट नाम हटाए जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों से लिस्ट अपडेट करने को कहा है। बहराइच में गड़बड़ी की संख्या सबसे ज्यादा है, जो चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाती है। स्थानीय लोग कहते हैं कि सालों से यह गड़बड़ी चल रही है।
पहले भी सामने आईं ऐसी घटनाएं
यूपी के कई जिलों में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की खबरें आती रहती हैं। महोबा में भी एक मकान में दर्जनों वोटर दर्ज होने का मामला सामने आया था। बहराइच में यह समस्या और बड़ी है। विशेषज्ञों का कहना है कि डुप्लीकेट वोटर चुनावों में धांधली का कारण बनते हैं। आयोग ने आधार कार्ड के अंतिम चार अंकों से सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की है, जो गड़बड़ी पकड़ने में मदद करेगी।
पंचायत चुनाव नजदीक हैं, और वोटर लिस्ट की गड़बड़ी से चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई की उम्मीद है। अगर दोषी मिले, तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए। आयोग ने कहा कि सत्यापन पूरा होने के बाद ही अंतिम लिस्ट जारी होगी।
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