सिवनी, राष्ट्रबाण। बस स्टैंड में 28 सितंबर को हुए मारपीट कांड ने एक बार फिर सिवनी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में पीड़ित अमन ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने घटना के दिन न तो उसकी शिकायत दर्ज की और न ही सही धाराओं में मामला दर्ज किया। अमन ने दावा किया कि पुलिस ने हिंदूवादी संगठनों के दबाव के बाद ही अगले दिन आरोपियों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की।
दरअसल, 28 सितंबर को सिवनी के बस स्टैंड के पास अमन नाम के युवक की कुछ मुस्लिम युवकों ने मुस्लिम लड़की से बातचीत करने पर एतराज जताया था। अमन का कहना है कि वह बस स्टैंड पर एक मुस्लिम युवती जो उसकी पहचान की है से बातचीत कर रहा था तभी कुछ युवक वहां आ गए और उसके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। आरोप है कि युवकों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
घटना के बाद इलाके में हिंदू संगठनों में गुस्सा फैल गया और उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। बढ़ते दबाव के बीच पुलिस ने 29 सितंबर को मारपीट के इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। एक आरोपी अब भी फरार बताया जा रहा है।
मामले ने नया मोड़ तब लिया जब अमन ने पुलिस पर ही कार्रवाई में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। अमन का कहना है कि घटना के दिन पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की और न ही सही धाराओं में मामला दर्ज किया। अमन के अनुसार उसे पुलिस की ओर से मदद नहीं मिली। उस दिन उसकी एफआईआर नहीं लिखी गई। अगले दिन हिंदू संगठनों के दबाव के बाद मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई। पुलिस ने आरोपियों को बचाने की कोशिश की। अमन के इन आरोपों के बाद राजनीतिक हलकों में भी सरगर्मी तेज हो गई। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुलिस सच में लापरवाह थी या फिर उस पर बाहरी दबाव का असर हुआ। इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर भी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
वहीं पुलिस ने अमन के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। थाना प्रभारी किशोर बामनकर ने बताया, पीड़ित अमन के साथ घटना हुई तो मौके पर मौजूद पुलिस आरक्षक ने ही उसे बचाया और सुरक्षित थाने लेकर आया। उसी समय उसे शिकायत दर्ज करने को कहा गया, लेकिन उसने शिकायत देने से इंकार कर दिया। अगले दिन युवक की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। थाना प्रभारी का यह भी कहना है कि पुलिस ने पूरी निष्पक्षता और नियमों के तहत काम किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन के दबाव में आकर कोई कदम नहीं उठाया गया।