भोपाल/सतना, राष्ट्रबाण। नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी को अपनी ही सरकार के कामकाज पर सवाल उठाना भारी पड़ गया। सतना जिले में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सार्वजनिक टिप्पणी और कार्रवाई के निर्देश देने को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गंभीर अनुशासनहीनता माना। कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने प्रतिमा बागरी को अपने कक्ष में बुलाकर सवाल-जवाब किए और सख्त हिदायत दी।
दरअसल, दो दिन पहले प्रतिमा बागरी ने सतना के पोड़ी-मनकहरी मार्ग का निरीक्षण किया था। उन्होंने सड़क से पैर से गिट्टी-डामर हटाते हुए निर्माण को घटिया बताया और ठेका निरस्त करने व अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिससे विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने पहले ही संबंधित मार्ग की पूरी रिपोर्ट तलब कर ली थी। बैठक में जब मंत्री ने सड़क की गुणवत्ता और कार्यपालन अभियंता पर सवाल उठाए, तो मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिस सड़क का मुद्दा उठाया गया, उस पर विभाग पहले ही कार्रवाई कर चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री पद पर रहते हुए इस तरह सार्वजनिक मंचों पर सरकार को कटघरे में खड़ा करना उचित नहीं है।
बताया जा रहा है कि फटकार के बाद प्रतिमा बागरी काफी देर तक सचिव आलोक सिंह के कक्ष में बैठी रहीं। इस घटनाक्रम ने सरकार के भीतर अनुशासन और सार्वजनिक बयानों की मर्यादा को लेकर साफ संदेश दे दिया है।
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