उज्जैन,राष्ट्रबाण। उज्जैन में महाकाल की सवारी के दौरान भक्तों पर थूकने वाले आरोपीयों के सपोर्ट में काजी आए हैं। उनका कहना है कि ‘नाबालिगों पर थूकने का आरोप लगाना सरासर गलत है। वीडियो में कहीं नहीं दिखाई दे रहा है कि थूका गया है। पुलिस ने जबरन मकान तोड़ा है। धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा है। दरअसल बुधवार को महाकाल सवारी में शामिल भक्तों पर थूकने का वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन एक्शन में आया था वहीं वीडियो में दिखाई दे रहे युवको पर कार्यवाही करते हुए
आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया गया था। उज्जैन शहर के काजी खलीलुर्रहमान ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने बुलडोजर ऐक्शन को अवैध बताया। काजी ने कहा कि ‘एक विशेष धर्म को ही टारगेट किया जा रहा है। जिन धाराओं में मामला दर्ज किया गया वह काफी था लेकिन बिना जांच करे किसी का आशियाना तोड़ना गलत है।’
वहीं घटना के बाद हिंदूवादी संगठन के विरोध के बाद पुलिस ने दो नाबालिग समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया था। आरोपियों को सुधारगृह और जेल भेज दिया गया।
क्या कहते हैं उज्जैन के काजी..
काजी का कहना है कि ‘नाबालिगों पर थूकने का आरोप लगाना सरासर गलत है। वीडियो में कहीं नहीं दिखाई दे रहा है कि थूका गया है। पुलिस ने जबरन मकान तोड़ा है। धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा है। मुस्लिमों ने हमेशा हिंदुओं के त्योहारों का सम्मान किया है। इस शहर में जब भी आवश्यकता पड़ी मुस्लिम आगे आया है। इस शहर का नाम कभी बदनाम नहीं होने दिया गया। हम कभी नहीं चाहते कि इस शहर का नाम बदनाम हो। इस मुल्क में इस शहर का एक नाम है, इस तरह की बाते होंगी तो शहर गंदा होगा। हमारी मांग है कि प्रशासन वह मकान बना कर दे।’