नई दिल्ली, राष्ट्रबाण। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक एक ऐसे मामले का खुलासा किया है जिसे सुनकर सभी हैरान हैं। दरअसल वर्ष 2004 में दिल्ली पुलिस ने एक शख्स की मौत के मामले में जांच शुरू की थी। अब 19 साल बाद वह युवक जिंदा मिला है। दरअसल युवक उसने खुद को मृतक घोषित कर एक बड़ी साजिश को अंजाम दिया। आरोपी नौसेना का पूर्व कर्मचारी है। जिसे अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया। क्राइम ब्रांच ने जिस शख्स को पकड़ा है। उसकी पहचान बालेश कुमार के तौर पर हुई है। वो पानीपत का रहने वाला है। उसने 2004 में खुद को मरा हुआ घोषित कर दिया था, लेकिन वो अब तक जिंदा है। दरअसल, बालेश के खिलाफ दिल्ली के बवाना थाना में मर्डर और थाना तिलक मार्ग में चोरी का मामला दर्ज था। इन दोनों ही मामलो में वो फरार था। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की है।
अपना नाम और पता बदलकर रहता था शख्स..
अपराध शाखा को जानकारी मिली थी कि बालेश कुमार अपना नाम और पता बदलकर दिल्ली में रहता है। वो अमन सिंह के नाम से नजफगढ़ इलाके में रहता है। इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए प्लान बनाया। 1 मई 2004 को बालेश ने कुमार ने खुद को जोधपुर में ट्रक में आग लगा दी थी। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। जिनमें एक शख्स की पहचान बालेश के रूप में हुई थी। जांच में खुलासा हुआ कि शराब के नशे में आरोपी ने अपने भाई सुंदर लाल के साथ मिलकर राजेश उर्फ खुशीराम नामक शख्स की हत्या कर दी। शव को पीएस बवाना इलाके में फेंक दिया था। घटना वाले दिन बालेश कुमार ने अपने भाई और मृतक राजेश के साथ शराब पी रहा था। इस दौरान मृतक की पत्नी के साथ बालेश के अवैध संबंध और पैसों के लेन-देन को लेकर बहस हुई थी।