छिंदवाड़ा,राष्ट्रबाण। एक ओर जहां दहेज प्रताड़ना को लेकर घर की बहू को प्रताड़ित करने जैसे अनेकों मामले सामने आ रहे हैं। वहीं इसी बीच एक सास-ससुर ने अपने बेटे की मौत के बाद अपनी बहू का पुनर्विवाह करवाकर एक मिसाल पेश की है। अपनी बहू को बेटी की तरह विदा करते वक्त सास-ससुर एक माता पिता को तरह रो पड़े। जिसने भी यह मंजर देखा वह भी अपने आंसू नही रोक पाया। दरअसल यह पूरा मामला शंकरगढ का बताया जा रहा है। शनिवार के दिन एक परिवार ने अपने बेटे की मौत के बाद पुत्रवधु का पुर्नविवाह किया। अपनी बहु को सास-ससुर ने बेटी की तरह विदा कर समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया। बहू का जीवन संवारने के लिए परिवार ने करुणामई विदाई दी। जानकारी के अनुसार शंकरगढ़ निवासी दंपति मंगल बावरिया एवं आशा बावरिया के पुत्र जय बावरिया का विवाह सागर से ‘संपन्न हुआ था, लेकिन विवाह के एक साल बाद ही सागर की मृत्यु हो गई थी। बहू इस तरह देखकर ससुर मंगल बावरिया और सास आशा बावरिया, जेठ-जेठानी प्रेम- पूनम बावरिया, दीपक-मंजू बावरिया बेचैन रहते थे। परिवार के इन लोगों ने बहू के मायके पक्ष से बात कर उन्हें पुर्नविवाह के लिए तैयार किया। इसके बाद न्यूटन नंबर 13 निवासी स्वर्गीय माता मीरा कैथावास के पुत्र अजय बावरिया के साथ गायत्री मंदिर परासिया में विवाह संपन्न करवाया। अपने घर से बहू की बेटी की तरह विदाई की। इस दौरान बुजुर्ग दंपति की आंखों में बेटे के बिछड़ने का दुख और बहू का जीवन संसार बसने का सुख एक साथ देखा जा सकता था।