इंदौर, राष्ट्रबाण। प्रदेश भर में पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर हुई गड़बड़ी को लेकर आंदोलन जारी है। इसी क्रम में सोमवार को इंदौर में अभ्यर्थियों ने आंदोलन कर विरोध दर्ज किया है। इंदौर में भंवरकुआं क्षेत्र के बगीचे से सैंकड़ों युवा परीक्षार्थी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और शहर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। प्रदेश के सभी 55 जिला मुख्यालयों पर इसी तरह ज्ञापन सौंपा गया। दीनदयाल उपाध्याय उद्यान में एकत्रित होकर युवा कलेक्टर आफिस पहुंचे, जहां पहले से ही कई युवा मौजूद थे। इसमें कई ऐसे उम्मीदवार भी शामिल थे, जो पटवारी भर्ती परीक्षा में शामिल हुए थे। युवाओं ने कहा कि यहां कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें पटवारी भर्ती परीक्षा में एक-दो नंबरों से बाहर कर दिया गया। ये इसलिए हुए क्योंकि भ्रष्टाचार कर अयोग्यों को चयनित किया गया। परीक्षा के बाद ही सामने आ गया था कि कई मेरिट होल्डरों को सामान्य ज्ञान तक नहीं है और वे पैसे देकर चयन होने की बात कैमरे पर स्वीकार कर चुके हैं। सरकार जल्दबाजी में इन्हें नियुक्ति देना जा रही है जिसका हम विरोध करते हैं। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के राधे जाट और मनराजसिंह ने कहा कि आंदोलन चरणबद्ध होगा। पहले दिन ज्ञापन के बाद सरकार को दो दिन का समय दिया जाएगा। इसके बाद मांगे पूरी नहीं हुई तो प्रदेशभर के छात्र भोपाल पहुंचेंगे और अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे। आंदोलन के दौरान सात सूत्री मांग पत्र सरकार तक भेजने की तैयारी नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन कर रहा है। इसमें पटवारी भर्ती परीक्षा की सीबीआइ जांच की मांग। भर्ती पर रोक लगाने की मांग शामिल है। इसके साथ ही ओबीसी आरक्षण पर लंबित वाद को निपटाकर 87-13 के फार्मूले को खत्म कर शेष 13 प्रतिशत पर नियुक्ति देने की मांग भी शामिल है। साथ ही राज्यसेवा में पद बढ़ाने, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी करने और राज्यसेवा मुख्य परीक्षा के लिए 90 दिन का पूरा समय देने की मांग भी शामिल है।