भोपाल, संजय डोंगरदिवे । मध्यप्रदेश राज्य सरकार ने 2023–24 का शैक्षणिक रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। प्रारंभिक शिक्षा का जिला रिपोर्ट कार्ड शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने जारी किया, इस प्रारंभिक शैक्षणिक रिपोर्ट कार्ड में मध्य प्रदेश में शिक्षा को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आये। रिपोर्ट के अनुसार बड़े शहरों में प्रारंभिक शिक्षा का स्तर काफी निराशाजनक और गिरा है। वहीं छोटे ज़िलों ने अपना प्रारंभिक शिक्षा का स्तर बढ़ाया है। छोटे जिलों की बात करें तो सीधी ने 46 रैंकिंग से 12 वें नंबर का स्थान पाया है, वहीं दूसरी और प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर 29 से 48 की रैंकिंग पर पहुंच चुकी है। इस रिपोर्ट में विभागीय प्राथमिकताओं, योजनाओं के सुचारू संचालन और उपलब्धि के आधार पर जिलों को नंबर प्रदान किए गये है।
छोटे शहरों की स्थिति
शैक्षणिक रिपोर्ट कार्ड में छतरपुर, खंडवा और डिंडोरी टॉप 3 जिलों में शामिल है। नरसिंहपुर जिला लगातार तीसरी बार पांचवे स्थान पर बरकरार रहा। सिवनी जिला टॉप 10 जिलों में 10 स्थान पर हैं।
बड़े शहरों का शिक्षा स्तर चिंतनीय
रिपोर्ट के अनुसार बड़े शहरों में शिक्षा का स्तर गिरा है। बॉटम में भोपाल और सागर जैसे जिले शामिल है। सीधी, राजगढ़ और रीवा ने अपनी रैंकिंग में सबसे ज्यादा सुधार किया है। वहीं श्योपुर, कटनी और इंदौर ने सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की है।
संभाग में जबलपुर ने मारी बाजी
समग्र शिक्षा अभियान में संभागवार बात करें तो स्कूल शिक्षा के मामले में जबलपुर संभाग ने टॉप किया है। तो सागर संभाग दूसरे नंबर पर रहा। वहीं नर्मदापुरम संभाग तीसरे नंबर पर रहा। प्राथमिकता के आधार पर अनेक कार्य बिंदु निर्धारित किए गए हैं। इनमें कार्यों को सामने रख जिलों की रिपोर्ट और रैकिंग तैयार की गई है। इन कार्यों को मुख्यतः बच्चों के नामांकन एवं ठहराव, गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक उपलब्धियां, शिक्षकों का व्यवसायिक विकास, समानता, अधोसंरचना एवं भौतिक सुविधाएं, सुशासन प्रक्रियाएं और नव भारत साक्षरता कार्यक्रम जैसे 7 मुख्य भागों में बांटते हुए कुल 39 सूचकांकों के आधार पर अंक निर्धारित किए गए हैं। प्राथमिकताओं तथा गणना प्रणाली के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2023-24 में माह दिसम्बर-2023 तक प्रदर्शन के आधार पर प्रदेश के सभी जिलों की रैंकिंग तैयार कर जारी की गई है।
उपेंद्र कौशल, प्रदेश अध्यक्ष शिक्षक संघ
इनका कहना है…
रैंकिंग ऑर्गनाइज्ड न हों इसलिए हम अलग-अलग सूत्रों के आधार पर रैंकिंग का डाटा निकालते हैं। ग्रामीण क्षेत्र अच्छा काम कर रहे हैं ये अच्छी बात है। चिंता का विषय ये है की भोपाल और इंदौर जैसे शहर शिक्षा में पिछड़ रहे हैं। इसके लिए हम कदम उठा रहे हैं। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों को स्कूल जाने में मजा आए बोझ न लगे इसलिए बस्ते का वजन कम किया गया है।
राव उदय प्रताप सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री