Balaghat News : समीर सचदेव का माफिया टैक्स, कारोबार करना है तो पैसा देना पड़ेगा!

Rashtrabaan
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Highlights
  • धान तस्कर के आतंक से भययुक्त हो रहा बालाघाट का माहौल
  • धमकी के बाद व्यापारी ने कार्यवाही के लिए पुलिस अधीक्षक से लगाई गुहार
बालाघाट के कुछ व्यापारी बनाम गुंडे शायद गैंगस्टर लॉरेज विसनई से बहुत प्रभावित है और इसी के चलते अब वह शहर के सीधे - साधे लोगो को बुलाकर उन्हें धमकाने और वसूली करने पर आमादा है। बालाघाट जिले के एक व्यापारी बनाम गुंडे की खास रिपोर्ट

बालाघाट, राष्ट्रबाण। जिले में धान तस्करी का कारोबार खूब सुर्खियों में और किस तरह सुर्खियों में है, यह बात किसी से छिपी नही है। जहां इस कारोबार के पीछे समीर सचदेव नामक राईस मिलर्स मुख्य सरगना बताया जा रहा है। जिसने एक ईमानदार राईस मिलर्स को खुली धमकी देकर व उससे अवैध वसुली की डिमांड रखकर खुद को धान तस्करो का सरगना साबित कर दिया है। जहां उक्ताश्य को लेकर पीडित राईस मिलर्स ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है और समीर सचदेव के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की है। शिकायतकर्ता ने समीर सचदेव पर अवैध रूप से पैसे की मांग करने व रूपये ना देने पर मारने-पीटने की धमकी देने का आरोप लगाया है।

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समीर सचदेव : व्यापार करना है तो वसूली देना होगा।

शिकायतकर्ता विनोद धनवानी निवासी वार्ड नं. 28. विवेकानंद कालोनी बालाघाट ने बताया कि वह 13 मई की दोपहर में लगभग 2:20 बजे में अपने परिचित श्रीकांत त्रिवेदी से मिलने महावीर चौक स्थित श्रीजी मॉल के नीचे स्थित उनके आफिस गया था। जहां समीर सचदेव और उनके चार-पांच साथी मौजुद थे। जहां कुछ देर तक श्रीकांत त्रिवेदी से इधर-उधर की बाते होती रही। उसके बाद समीर सचदेव ने मुझसे कहा कि आपको मैनें ही यहां बुलवाया है, आपसे राईस मिल को लेकर बात करना है। जहां समीर सचदेव ने कहा कि आपको राईस मिल चलाना है, तो मुझे हर माह पैसे देने पडेगें? इसे आप माफिया टैक्स समझो या अन्य वसूली समझों, लेकिन आपको राईस मिल चलाना है तो हर माह पैसे तो देने पड़ेगें, वरना आपकी राईस मिल को हम लोग चलाने नहीं देगें। जिस पर शिकायतकर्ता विनोद धनवानी ने उन्हे रूपये देने से साफ इंकार कर दिया और जवाब दिया कि मैं कोई गलत नही करता, इसलिए किसी भी प्रकार के फालतु पैसे नही दे सकता। जिसके बाद समीर सचदेव ने अश्लिल गालीयां देना प्रारंभ कर दिया और धमकी दी कि शहर में रहना है और काम करना है तो पैसे देना ही पडेगा, नहीं तो तेरे को निपटा दूंगा या फिर किसी गाडी से कुचलवा दूंगा?

विनोद धनवानी, शिकायतकर्ता : पुलिस अधीक्षक से लगाई कार्यवाही की गुहार।

शिकायतकर्ता विनोद धनवानी ने बताया कि उक्त घटनाक्रम के बाद मै बिना कोई बात को आगे बढाते हुए वहां से निकलकर वापस घर आ गया। इस घटना के बाद मैं डर के कारण दिन भर घर में रहा। घर से बाहर नही निकल पाया। जहां 14 मई को घरवालों ने हौसला दिया तब जाकर शिकायत करने पहुच पाया हूं। शिकायतकर्ता विनोद धनवानी ने शिकायत पत्र में खुद को भयभीत बताते हुए आंशका जाहिर की है कि समीर सचदेव द्वारा मेरे साथ कोई भी अनहोनी की जा सकती है या फिर मेरे परिवार को किसी भी झूठे प्रकरण में फसाया जा सकता है। भविष्य में मुझे या मेरे परिवार के साथ किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि या अनहोनि होती है तो उसके लिए पूर्ण रूप से समीर संचदेव जिम्मेदार होगा। ऐसी आंशका जाहिर करते हुए शिकायतकर्ता विनोद धनवानी ने मांग की है कि समीर सचदेव के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही की जावे।
शिकायतकर्ता विनोद धनवानी के अनुसार उक्त घटनाक्रम सत्य है तो समझा जा सकता है कि धान तस्करी में शामिल समीर सचदेव अब राईस मिलर्स से धान माफिया व वसुलीबाज बच चुका है। जो अब अन्य ईमानदार राईस मिलर्स के लिये सिरदर्द भी बनने लगा है।

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