कानपुर में दुखद घटना, छात्रा ने फांसी लगाकर दी जान,सपा विधायक के हॉस्टल में मचा हड़कंप

Rahul Maurya

    कानपुर, राष्ट्रबाण: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में रविवार देर शाम एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर दिया। काकादेव इलाके में एक गर्ल्स हॉस्टल में पढ़ने वाली 18 वर्षीय छात्रा पलक धर ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पलक छत्तीसगढ़ मेडिकल यूनिवर्सिटी (सीएसजेएमयू) से बैचलर ऑफ मेडिकल रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी (बीएमआरआईटी) की प्रथम वर्ष की छात्रा थी। यह हॉस्टल समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अमिताभ बाजपेई से जुड़ा बताया जा रहा है। घटना के बाद हॉस्टल में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

    कैसे सामने आई घटना

    पुलिस के मुताबिक, पलक रानीगंज स्थित हॉस्टल की चौथी मंजिल पर रहती थी। रविवार शाम उनकी रूममेट अराध्या मिश्रा किसी काम से बाहर गई थी। इस दौरान पलक ने अपने कमरे में चादर का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। देर शाम जब मेस संचालक खाना और चाय देने पहुंचा, तो दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका पर दरवाजा तोड़ा गया, तो अंदर पलक का शव फंदे से लटका मिला। यह देखकर मेस संचालक और अन्य लोग स्तब्ध रह गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।

    पुलिस की प्रारंभिक जांच

    काकादेव थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए। थाना प्रभारी के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि पलक चिंता और तनाव से जूझ रही थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। हालांकि, पुलिस ने पूरी जांच का भरोसा दिया है, ताकि हादसे की असल वजह सामने आ सके। पुलिस ने पलक के परिजनों को सूचना दे दी है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।

    परिजनों को नहीं हुआ यकीन

    पलक के पिता अरधेंदु कुमार धर को जब पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी, तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ऐसा कदम नहीं उठा सकती। पलक की छोटी बहन दीप्ति, जो बिठूर में पढ़ाई कर रही है, को भी इसकी सूचना दी गई। परिजनों ने बताया कि रविवार सुबह ही पलक से उनकी फोन पर बात हुई थी। बातचीत में वह सामान्य लग रही थी और उसने किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया था। इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।

    हॉस्टल और यूनिवर्सिटी में शोक की लहर

    इस घटना ने हॉस्टल और सीएसजेएम यूनिवर्सिटी में शोक की लहर दौड़ा दी है। पलक के दोस्त और सहपाठी इस हादसे से स्तब्ध हैं। हॉस्टल प्रशासन ने भी इस घटना पर दुख जताया है और पुलिस के साथ पूरी तरह सहयोग करने की बात कही है। समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

    मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल

    यह घटना एक बार फिर युवाओं में बढ़ते मानसिक तनाव और चिंता को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि पढ़ाई का दबाव, भविष्य की चिंता, और सामाजिक दबाव कई बार छात्रों को इस तरह के कदम उठाने के लिए मजबूर कर देते हैं। इस घटना के बाद लोग मांग कर रहे हैं कि कॉलेजों और हॉस्टलों में काउंसलिंग और मानसिक स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जाए। साथ ही, छात्रों को तनाव से निपटने के लिए जागरूक करने की जरूरत है।

    प्रशासन से कार्रवाई की मांग

    स्थानीय लोगों और छात्र संगठनों ने प्रशासन से इस मामले की गहन जांच की मांग की है। साथ ही, हॉस्टल में सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने की बात भी उठ रही है। लोग चाहते हैं कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। पुलिस ने भरोसा दिया है कि जांच पूरी होने के बाद सभी पहलुओं को सामने लाया जाएगा।

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