भोपाल, राष्ट्रबाण। मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री राकेश सिंह ने प्रदेश की सड़कों की स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि गड्ढों की समस्या पूरी तरह खत्म करना मुश्किल है, लेकिन गुणवत्ता सुधारने और पारदर्शिता लाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। सड़कों के रखरखाव और निर्माणाधीन पुलों की जाँच के लिए सख्ती बरतने का निर्देश भी दिया गया है।
गड्ढों की समस्या और गुणवत्ता पर जोर
राकेश सिंह ने कहा कि सड़कों पर गड्ढे होना स्वाभाविक है, क्योंकि ऐसी कोई तकनीक नहीं है जो गड्ढों को पूरी तरह रोक सके। फिर भी, उन्होंने जोर दिया कि अगर कोई सड़क छह महीने में ही खराब हो जाती है, तो यह गलत है और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी। सड़कों की गुणवत्ता सुधारने के लिए विभाग काम कर रहा है। सिंह ने बताया कि सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाली जमीन की गुणवत्ता पर भी सवाल उठे हैं, जिनका समाधान किया जाएगा।
बिटुमिन खरीद में पारदर्शिता
सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाले बिटुमिन की खरीद को पारदर्शी बनाने के लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है। राकेश सिंह ने बताया कि अब बिटुमिन केवल भारत पेट्रोलियम या हिंदुस्तान पेट्रोलियम से खरीदा जाएगा। इसे डिजिटल लॉक के साथ भेजा जाएगा, जो क्षेत्र के सब इंजीनियर के मोबाइल पर आए OTP से ही खुलेगा। इससे बिटुमिन की गुणवत्ता और उपयोग में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
निर्माणाधीन पुलों पर सख्ती
मंत्री ने निर्माणाधीन पुलों की स्थिति पर भी ध्यान दिया है। उन्होंने सभी चीफ इंजीनियर्स को 10-10 लोक कल्याण सरोवरों का निरीक्षण करने और स्वयं 20 स्थानों पर जाँच करने का निर्देश दिया। भोपाल के ऐशबाग पुल में 90 डिग्री के बजाय 119 डिग्री का टर्न होने के कारण सुरक्षा मानकों का उल्लंघन पाया गया, जिसके लिए कार्रवाई की गई। सिंह ने कहा कि इस तरह की गलतियों से राजस्व का नुकसान होता है। वहीं, इंदौर के एक पुल में टर्निंग रेडियस 15 मीटर के बजाय 20 मीटर होने से कोई नुकसान नहीं हुआ।
सड़कों के रखरखाव के लिए नए कदम
सड़कों से जल निकासी के लिए हर एक से दो किलोमीटर पर रिचार्ज बोर बनाने की योजना है। साथ ही, लोक कल्याण सरोवरों का निर्माण भी होगा। राकेश सिंह ने बताया कि विभाग हर महीने दो बार सड़कों का औचक निरीक्षण करता है। इसके लिए एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई जा रही है, जो शिकायतों का तुरंत समाधान करेगी। इन कदमों से मध्य प्रदेश की सड़कों को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है।
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