बेहाल सड़कें, मौन जनप्रतिनिधि: सिवनी में कीचड़, गड्ढों और हादसों की खुली सड़क पर सियासत खामोश

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  • समाचार प्रकाशन के बाद भी नहीं जागा प्रशासन, आँखों में पट्टी बांध गांधारी की भूमिका निभा रहे माननीय

सिवनी, राष्ट्रबाण। केंद्र और राज्य में शासित भाजपा सरकार अब सिर्फ घोषणवीरो की सरकार बन कर रह गई है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विकास की ढींगे हांकते हुए भाजपाई थकते नहीं है। लेकिन जमीन स्तर पर घटिया सड़के, कीचड़ और गड्डे में तब्दील रोड़ भाजपा नेताओं की कथनी और करनी की पोल खोल रही है। ख़राब सडको की हालत बद से बदतर हो गई है। नगरवासी गहरे गड्डो और कीचड़ से चलने को मजबूर है, किन्तु हमारे माननीय नेता और अफसर आँखों में पट्टी बांध कर गांधारी की भूमिका निभा रहे है।

सिवनी नगर के छिंदवाड़ा चौक से MHKS पेट्रोल पंप तक निर्माणधीन ब्रिज के कारण यह रोड़ गड्डो और कीचड़ में बदल गई है। इस पर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का कोई ध्यान नहीं है। जानकारों की माने तो ब्रिज निर्माण में ठेकेदार द्वारा डायवर्सन बनाने की जिम्मेदारी थी जिसकी राशि ब्रिज टेंडर में शामिल है। लेकिन ठेकेदार की मनमानी के चलते वैकल्पिक मार्ग (डायवर्सन) नहीं बनाया गया और लोकतंत्र में राजा माने जाने वाली जनता जनार्दन कीचड़ से लतपथ और गड्डो में तब्दील सड़क में चलने को मजबूर है।

क्षेत्रीय लोग बताते है की रोड़ में कीचड़ होने की वजह से लोगो को आने जाने में तकलीफ होती है तो कभी धोखे से किसी व्यक्ति पर कीचड़ उछल जाये तो कई बार यह घटना विवाद का रूप ले लेती है। तो वही सडको में बड़े बड़े गड्डे होने की वजह से छात्र-छात्रों और अन्य लोग वाहन व साइकल से गिर जाते है। यह सड़क अब हादसों और विवाद की सड़क बन गई है।

स्कूली बच्चों के लिए सबसे ख़तरनाक रास्ता

इस रोड़ से अधिकांश स्कूली और कॉलेज के छात्रों का आवागमन होता है। प्रतिदिन इस मार्ग से सैकड़ो छात्र स्कूल और कॉलेज जाते है। सड़क पर गहरे गड्डे से दुर्घटना का भय बना रहता है तो कीचड़ से उनकी ड्रेस ख़राब होने डर छात्रों के मन में हमेशा बना रहता है। सड़क पर कीचड़ की स्थिति मानसून के प्रारंभ से ही बनी हुई है। रोजाना इस मार्ग से होते हुए कभी जिले के माननीय, शहर के दिग्गज नेता तो कभी जिले के जिम्मेदार अफसर गुजरते है। लेकिन इस मार्ग की दुर्दशा पर की नजर नहीं पड़ती।

दिनेश राय मुनमुन, विधायक सिवनी : जनता जनार्दन की तकलीफ से मुँह फेर माननीय।

विधायक दिनेश राय की चुप्पी पर सवाल

वैसे तो सिवनी विधायक दिनेश राय आपने आपको जनता का हितैषी बताते नहीं थकते। वह अपने आपको आम जनता का सेवक बताते है, जनता जनार्दन की तख़लीफ़ को अपनी तकलीफ समझते है। विधायक बनने के पूर्व वह मंचो से गरजते हुए कहते थे सरकार और शासन अगर कोई काम नहीं करवा सकती तो ऊपर वाले का दिया बहुत है पास के पैसो से फोरलेन बनवा देंगे। लेकिन आश्चर्य की बात है की जब सिवनी विधानसभा में वह जमीन तलासते हुए घटिया सडको को बनवाने का वादा करते थे लेकिन जब जनता जनार्दन ने अपने बहुमूल्य वोट से उन्हें अपना विधायक चुना तो वह उसी जनता जनार्दन के दर्द से बेखबर हो गए। अब विधायक दिनेश राय ठेकेदार के गिरेबान तक हाथ डालने से कांप रहे है जिस ठेकेदार ने वैकल्पिक मार्ग ही डकार गया उससे सवाल करने में विधायक दिनेश राय की घिग्घी बंधी हुई है।

भारती पारधी, सांसद : ठेकेदार जिले का है इसलिए मिला अभयदान?

सांसद भारती पारधी भी मौन, ठेकेदार पर उठे सवाल

सिवनी लोकसभा के विलोपन के बाद से सिवनी जिला अपने हक़ के लिए भी पडोसी जिले पर आश्रित होता है। लोकसभा विलोपन के बाद से सिवनी से ढालसिंह बिसेन ही एक मात्र सांसद रहे। तो उनके कार्यकाल में जिले को कई उपलब्धियां भी मिली। बालाघाट जिले से आने वाले सांसदों ने सिवनी के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया, यह आरोप हमेशा बालाघाट के नेताओ पर लगते आये है। माना जा रहा है की ठेकेदार बालाघाट का ही मूलनिवासी है, यही वजह है की ठेकेदार अपनी मनमानी को अंजाम दे रहा है। ठेकेदार से डायवर्सन न बनाने की वजह कोई नहीं पूछ रहा है, लाखो की राशि डकार कर ली गई लेकिन माननीय उफ़ भी कर पा रहे है। भारती पारधी जिले की जिम्मेदारी संभाल रही हैं, लेकिन वह भी इस मुद्दे पर अब तक एक बयान तक नहीं दे पाईं। अब तो आम जनता की जुबान से सवाल उठ रहे है कही हमारे माननीय ठेकेदार के कमीशन की खनक में मौन तो नहीं?

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