बालाघाट, राष्ट्रबाण। लगातार अखबारों की सुर्खियां बन रहा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले कुल 289 भूखंडों का मामला जिसका प्रबंधन जनपद पंचायत द्वारा किया जा रहा है। उक्त मामले में जनपद पंचायत लालबर्रा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने भरोसा दिलाते हुए कहा था कि जल्द ही अध्यक्ष जनपद पंचायत द्वारा एक समिति का गठन किया जाएगा, जिस समिति के सदस्य भूखंडों से संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे उस आधार पर कार्यवाही के लिए रिपोर्ट तहसीलदार को भेजी जाएगी, लेकिन सीईओ साहब और जनपद अध्यक्ष द्वारा किसी प्रकार की समिति का गठन नहीं किया जाकर मामले में ढील बरती जा रही है वहीं इस मामले में तहसीलदार ने भी मामले को दिखाकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया था किंतु कोई कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं हो पाई।
- Advertisement -
यह है पूरा मामला
बाजार क्षेत्र में बने कुल 289 भूखंडों का प्रबंधन जनपद पंचायत द्वारा किया जा रहा है जब व्यापारियों को भूखंडों का आवंटन किया गया था तो उन भूखंडों पर कच्चे कमरे बांस बल्ली और कवेलू वाले थे जिसे व्यापारियों ने अपनी मनमर्जी से पक्के और बहुमंजिला बना लिए जिसकी एनओसी भी जनपद पंचायत द्वारा नहीं दी गई है। यहां तक की कई लोगों ने अपने आवंटित दुकान किराए पर देकर अच्छा खासा मुनाफा कमाया, कई लोगों ने अपनी पहुंच और रसूख के चलते 3-4 भूखंडों को अपने कब्जे में ले लिया है। कई व्यापारी तो ऐसे भी निकले जिन्होंने अपने भूखंडों को लाखों रुपए में बेचकर बड़ा मुनाफा कमाया यहां तक कि जनपद पंचायत के कर्मचारियों की मिलीभगत से आवंटित सूची में उनके नाम भी चेंज कर दिए गए हालांकि इस मामले में न्यायालय तहसीलदार द्वारा कार्रवाई के लिए जो नोटिस जारी किया गया था उसमें बाजार क्षेत्र में बने भूखंडों की भूमि को सरकार की बताया गया है जिसके बाद भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है और सरकार की जमीन सरकार को वापस कराने में असमर्थ साबित हो रहा है। अब इस मामले में मीडिया से चर्चा के दौरान जिला कलेक्टर बालाघाट ने जांच कराने की बात कही है।
- Advertisement -
इनका कहना है
आपके द्वारा इस मामल को संज्ञान में लाया गया है। जल्द ही जनपद पंचायत भूखंड वाले मामले में जांच करवाई जाएगी।-गिरीश मिश्रा- Advertisement -
जिला कलेक्टर बालाघाट