कटंगी, राष्ट्रबाण। विधानसभा क्षेत्र कटंगी-खैरलांजी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मिरगपुर के ग्राम पाढ़रवानी में सोमवार को खुले बोरवेल में गिरने से एक गाय की मौत हो गई। इस घटना के बाद पशु मालिक ने वन विभाग पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है, पशु मालिक उर्मिला बाई ने मुआवजा प्रदान करने की मांग रखी है। हालांकि वन विभाग ने घटना को नियमों से बाहर बताते हुए मुआवजा नहीं मिलने की बात है।
बताया जा रहा है कि करीब दो साल पहले ग्राम पंचायत मिरगपुर ने नल-जल योजना के लिए वन विभाग की भूमि पर बिना अनुमति के ही बोरवेल करवाया गया था, जिसकी सूचना मिलने पर वन विभाग ने काम को बंद करवा कर बोरवेल को ऐसे ही ढक दिया था दो सालों में मिट्टी का कटाव होने से बोरवेल की ऊपरी चौड़ाई डे़ढ़ फीट के करीब चौड़ी हो गई। जिसमें पालतू मवेशी गाय आसानी से समा गई और सीधे 70 फुट गहरे बोरवेल में गिर गई. जहां फंसने से गाय की मौत हो गई।
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पाढ़रवानी में घटित इस घटना के लिए पंचायत के साथ ही वन विभाग दोषी प्रतीत होता है चूकिं पंचायत के द्वारा बिना विभागीय अनुमति लिए ही वन भूमि में बोरवेल का खनन किया गया और जब वन विभाग ने काम बंद करवाया तो बोरवेल को बंद कर देना था लेकिन विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। नतीजा यह हुआ कि बोरवेल में गिरने से मुक मवेशी की मौत हो गई। ज्ञात हो कि देश भर में ऐसे अनेक हादसे हो चुके जिससे बोरवेल में गिरकर बच्चे अपनी जान गवा चुके है। इसके बावजूद भी प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाये जाते। जिससे की आबादी वाले क्षेत्र के निकट खुले पड़े बोरवेल या बंजर हुई कुओं को ढ़कवाया जा सके, जिससे भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं न घटे। अगर बालाघाट जिले की कटंगी तहसील की बात करें तो गांव-गांव में कई ऐसे बोरवेल और उपयोगविहीन कुप आसानी से देखे जा सकते है जो खुले हुए है और बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।