बालाघाट, राष्ट्रबाण। जिले के परसवाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बीजाटोला में 26 अगस्त शनिवार को हृदय विदारक घटना घटित हो गई, जहां गांव में तालाब में नहाने गये दो मासुमो की डूबने से मौत हो गई। जहां घटना के दौरान कुछ प्रत्यक्षदर्शीयों ने मासुमो को बचाने के लिये तालाब में छलांग लगाई और उन्हे तालाब से बाहर निकालकर सीधे अस्पताल पहुंचाया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। ग्रामीण जब बच्चो को लेकर अस्पताल पहुंचे तो यहां चिकित्सको ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। दोनो मृतक बालक ग्राम बीजाटोला के निवासी है, जिनमें मयंक कोदो उम्र 8 वर्ष और पुष्पेन्द्र दौने उम्र 7 वर्ष बताये गये है, जो खेलते खेलते नजदीक के तालाब के पास पहुंच गये थे और नहाने उतरे थे। जहां गहरे पानी में जाने से डूबने के दौरान उनकी मौत हो गई। वही घटना की जानकारी लगते ही गांव में मातक का महौल बन गया। जहां घटना की सुचना मिलते ही पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुचकर घटना स्थल का मुआयना किया। इस घटना के बाद जब परिजन व ग्रामीणो ने बालको को अस्पताल लेकर गये तो वहां चिकित्सक मौके पर नही मिले। जिससे ग्रामीणो में आक्रोश बढ गया और ग्रामीणो ने आरोप लगाया कि बच्चो को जब अस्पताल लाया गया था तो उनकी सांसे चल रही थी। लेकिन समय रहते ईलाज ना मिलने के कारण उनकी मौत हो गई।
इस घटना को लेकर यह भी जानकारी सामने आई है कि जिस तालाब में डूबने से बच्चो की मौत हुई है वह अवैध उत्खनन के चलते निर्मित तालाब है। जहां जेसीबी लगाकर गहरा गढ्ढा बनाकर रख दिया गया था। वही बारिश के चलते उस गढ्ढे में पानी भर गया और उसी गहरे पानी में जाने के कारण बच्चो की डूबने से मौत हो गई। जबकि पूर्व में भी इस तरह की घटना अन्य गांवो में घटित हो चुकी है। लेकिन ऐसे स्थानों पर सुरक्षात्मक दृष्टि से कोई पहल नही होने के कारण ऐसी घटनायें सामने आ रही है।