नई दिल्ली, राष्ट्रबाण। बांग्लादेश में तख्तापलट और देशव्यापी हिंसा के बीच भारत की भी चिंताएं बढ़ गई हैं। भारत-बांग्लादेश सीमा पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है, जिससे कि अवैध धुसपैठ का रोका जा सके। दरअसल, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को चिह्नित करके अत्याचार किया जा रहा है। ऐसे में भारी संख्या में बांग्लादेश से हिंदुओं के भागकर भारतीय सीमा में प्रवेश करने की आशंका है। इसी बीच बांग्लादेश की सीमा सटे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा है कि भारत सरकार ने राज्य सरकार को भारत-बांग्लादेश सीमा को पूरी तरह से सुरक्षित करने का निर्देश दिया है ताकि कोई भी देश के अंदर न आ सके।
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असम सरकार सीमा क्षेत्र में कड़ी निगरानी रख रही है
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, “असम सरकार सीमा क्षेत्र में कड़ी निगरानी रख रही है। अब तक, हमारे देश में वैध पासपोर्ट और वीजा रखने वाले और इस देश के वास्तविक और प्रामाणिक नागरिकों को छोड़कर कोई भी प्रवेश नहीं कर पाया है। हालांकि, मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार हर संभव प्रयास करेगी और मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री बांग्लादेश में हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही ऐसा कर रहे हैं।”
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बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति अस्थिर
बता दें कि बढ़ते विरोध-प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना (Sheikh Hasina) के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिति अस्थिर बनी हुई है। अपने इस्तीफे के बाद शेख हसीना सोमवार शाम को भारत पहुंची थीं।