बैतूल, राष्ट्रबाण। बैतूल (Betul) जिले के बगडोना कालिमाई पायाखेडा के व्यापरियो ने पुलिस महानिदेशक के नाम अनुविभागिय राजस्व अधिकारी शाहपुर को ज्ञापन सौप कर सीआईडी एवं सीबीआई जाच की मांग की व्यापरियो ने ज्ञापन में बताया की शोभापुर कालोनी निवासी कोल कर्मचारी अनील खवसे एवं बगडोना निवासी रविन्द्र देशमुख ने अलग अलग तरीके से आत्म हत्या की जिसमें पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज किया गया है पुरे प्रकरण में पुलिस की कार्यवाही संदिग्ध नजर आ रही है। क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित व्यापारियों का पैसा बीसी के माध्यम से मृतकों के पास लगा था जो मृतको द्वारा वापस नही किया जा रहे थे जिसकी शिकायत व्यापारियों द्वारा पिछले डेढ वर्ष से पुलिस प्रशासन के जवाबदार अधिकारी अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सारणी ,थाना प्रभारी सारणी ,चौकी प्रभारी पाथाखेड़ा से की जा रही थी किन्तु पुलिस द्वारा यथोचित कार्यवाही नहीं की गई उल्टे व्यपारियो क पुलीस द्वारा उन्हे बैठाकर उनसे समझौता व चैक दिलाने का कार्य किया गया । लेनदेन के विवाद में पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जाती तो निश्चित रूप से व्यापारियों का पैसा वापस होता और अनिल खवसे मृतक रविंद्र देशमुख जीवीत होते।
दोनो प्रकरणों में भी पुलिस के कार्य-प्रणाली संदिग्ध नजर आ रही है मृतक रविन्द्र देशमुख के पास से मिले तथाकथित सुसाइड नोट के आधार पुलीस द्वारा पहले 10 लोगो को आरोपी बनाया गया फिर तीन माह बाद 4 लोग को आरोपी बनाया गया कुल 14 आरोपी पुलीस द्वारा अभी तक बनाए गए है जिसमें शम्भु सिंह नैन वास बर्तन भंडार नरेन्द्र सिंह मोनु हाडवेयर बगडोना प्रकाश शिवहरे, दिपक शिवहरे दया वस्त्र भण्डार ,समीम रजा , नसमी रजा ,नाजिया बानो सराफत क्लाथ स्टोर , अभिषेक साहु अभिषेक किराना स्टोर , जैसे स्थानीय प्रतिस्ठित व्यापारी हैं व्यापारियों को गुमराह कर के मृतको द्वारा करोड़ रुपये संग्रहीत किया गया पुलीस की लचर कार्य प्रणाली से दो लोगो की जान चली गई सैकड़ो लोगो का पैसा डुब गया कई व्यापारी चौकी थाने जेल कोट कचहरी के चक्कर काट रहे है अभी तक पुलीस अवैध पिस्टल देने वाले को गिफ्तार नही किया क्षेत्र मे अभी भी अवैध वीसी वसुली की जा रही है न ही वीसी की रजिस्टर जब्त नही की गयी दो सौ व्यपारियो के दस से प्रन्द्रह करोड़ रुपये डुब गये।
दोनो प्रकरण की उच्चस्तरीय जाच, सीआईडी एवं सीबीआई की जाए आरोपीयों को सजा हो र्निदोष व्यपारियो को आरोप मुक्त किया जाय प्रकरण की विवेचना कर रहे विवेचक और अनुविभागीय पुलीस अधिकारी एवं मृतक की मृत्य से माह पूर्व जिन 5 लोगो फोन पर की मृतको से लगातार बात हो रही थी और मामले में आरोपियो का नारको टेस्ट ,लाईट डिटेक्टिव टेस्ट या पॉलीग्राफिक टेस्ट कराकर मामले की सच्चाई को उजागर किया जाए । व्यपारियो के दस से प्रन्द्रह करोड़ रुपये कहा लगाये गये। पुलिस की कार्यप्रणाली और व्यापरियो पर दर्ज हुवे फर्जी प्रकरण से स्थानीय व्यापारियों में काफी रोष व्याप्त है इस लिए आने वाले दिनो में शोभापूर बगड़ोना पाथाखेड़ा सारनी के व्यापारीगण विरोध प्रदर्शन कर अपना व्यापार बन्द रखेगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।