भोपाल, राष्ट्रबाण। मप्र आजीविका मिशन विभाग में बैठे बड़े भ्रष्टाचारी मगरमच्छ सरकार की मंशाओं पर पानी फेरने में लगे हुए है। वह अपने स्वार्थ सिद्ध करने के लिए विभाग के कामो पर असर डाल रहे है तो विभागीय अधिकारियो की मनमानी को संरक्षण दे रहे है। इन कामो के लिए इन दिनों म. प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजीव सिन्हा चर्चाओं में बने हुए है। विभागीय सूत्रों की माने तो इन दिनों संजीव सिन्हा ट्रांसफर रुकवाने और मन चाही पदस्थापना करवाने के लिए मोटा माल सूत रहे है मतलब अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजीव सिन्हा के दोनों हाथो पर लड्डू और सिर कढ़ाई पर है।
सूत्रों के अनुसार संजीव सिन्हा द्वारा श्वेता मेहतो को जबलपुर में रहने के लिए आश्वासन दे दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है की कोई कुछ नहीं करेगा मैं हूं न। अधिकारी के आश्वासन के बाद श्वेता मेहतो पूरी तरह से संतुष्ट है और अपनी पुरानी पोस्टिंग स्थान में ही मौज कर रही है। बता दें की श्वेता मेहतो जिला परियोजना प्रबंधक म. प्र. डे-राज्य आजीविका मिशन जबलपुर का ट्रांसफर आदेश 15 मार्च 2024 को हुआ, यह आदेश जबलपुर से बालाघाट के लिए हुआ। लगभग दो महीने बीतने को है लेकिन श्वेता मेहतो अपने नवीन पदस्थापना जिले पर आज तक पदभार ग्रहण नहीं किया। श्वेता मेहतो का जबलपुर में मौज करने और नवीन पदस्थापना पर पदभार ग्रहण न करने के लिए अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजीव सिन्हा को 25 लाख रूपये देने की चर्चा पुरे विभाग में जोरो पर चर्चित है।
एक चर्चा यह भी
विभागीय सूत्रों माने तो अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजीव सिन्हा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से डबल गेम खेल रहे है। एक तरफ वह श्वेता मेहतो को जबलपुर में बने रहने का आश्वासन दे कर श्वेता से 25 लाख (विभागीय चर्चा अनुसार) डकार चुके है तो वही भोपाल के कार्यालय में यह चर्चा भी सुर्खियों पर है की संजीव सिन्हा जबलपुर में आरती चौपड़ा को लाना चाहते है। अगर यह चर्चा सही है तो भविष्य के दो महीने में श्वेता मेहतो सेटिंग फेल सकती है।
खबर छपते ही मचा हड़कंप
श्वेता मेहतो के ट्रांसफर मामले को राष्ट्रबाण ने प्रमुखता से उठाया जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया। जिला पंचायत जबलपुर के अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी मनोज सिंह भी सख्ते में आ गए। कल तक श्वेता मेहतो पर मेहरबान बने बने मनोज पूरे मामले से पलड़ा झाड़ते नजर आए। मनोज पूरे मामले से अपने आपको दूर करते हुए इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है कहते हुए सफाई दे रहे हैं।
आरती भी विवादित
आजीविका मिशन के तहत विभाग में करोड़ों के काम के स्वसहायता समूह और अन्य माध्यम से कराए जाते है। सूत्र बताते है की अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी संजीव सिन्हा मलाईदार जिला में अपने चहेते प्रबंधक को पहुंचते है। अब वह जबलपुर में आरती चौपड़ा को पहुंचाने की योजना बना रहे है। बता दें की जबलपुर परियोजना प्रबंधक रहते जिस तरह श्वेता मेहतो विवादो में रही है ठीक उसी तरह आरती चौपड़ा भी विवादित परियोजना प्रबंधक में से एक है। श्वेता के जबलपुर पदस्थापना में आधा दर्जन शिकायते है जो कार्यवाही के इंतजार में है तो वही आरती चौपड़ा सिवनी में भ्रष्टाचार के दागो से कलंकित रह चुकी है। बता दें कि आरती चौपड़ा पर सिवनी में कार्यवाही करते हुए उन्हें निलंबित भी किया जा चुका है।