भोपाल में BPL घोटाले का भंडाफोड़, 71 फर्जी परिवार जांच में पकड़े गए

Rahul Maurya

भोपाल राष्ट्रबाण: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से मात्र 42 किलोमीटर दूर बैरसिया तहसील के नलखेड़ा गाँव में एक बड़ा BPL (गरीबी रेखा से नीचे) राशन कार्ड घोटाला सामने आया है। गाँव के सभी 240 परिवारों को बीपीएल सूची में शामिल दिखाया गया, जिसके आधार पर उन्हें सरकारी राशन और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा था। लेकिन केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक आपूर्ति मंत्रालय की जाँच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। यह मामला सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग और प्रशासनिक लापरवाही का गंभीर उदाहरण है।

जाँच में खुलासा: 71 परिवार गाँव में रहते ही नहीं

जाँच में पता चला कि BPL सूची में शामिल 71 परिवार नलखेड़ा गाँव में रहते ही नहीं हैं। इसके बावजूद, ये परिवार वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत देश के विभिन्न हिस्सों से नियमित रूप से राशन ले रहे हैं। जिला आपूर्ति नियंत्रक चंद्रभान सिंह जादौन ने बताया कि विभाग अब इस बात की जाँच कर रहा है कि ये अनुपस्थित परिवार कहाँ-कहाँ से राशन प्राप्त कर रहे हैं और क्या यह धोखाधड़ी का हिस्सा है।

63 परिवारों के पास एक हेक्टेयर से अधिक जमीन

जाँच में यह भी सामने आया कि 63 परिवारों के पास एक हेक्टेयर से अधिक जमीन है, जो बीपीएल पात्रता के नियमों के खिलाफ है। हैरानी की बात यह है कि इनमें से कुछ परिवार आयकर दाता भी हैं, जो उनकी आर्थिक स्थिति को गरीबी रेखा से ऊपर दर्शाता है। गाँव में केवल छह परिवार ही भूमिहीन पाए गए, जो बीपीएल श्रेणी के लिए सामान्य रूप से पात्र माने जाते हैं। यह खुलासा पूरे गाँव को बीपीएल श्रेणी में दिखाने की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाता है।

जाँच के लिए विशेष टीम गठित

भोपाल के जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्रालय के निर्देश पर एक विशेष जाँच टीम गठित की गई है। इस टीम में खाद्य निरीक्षक, पटवारी, पंचायत सचिव और ग्राम सेवक शामिल हैं। यह टीम गाँव में घर-घर जाकर प्रत्येक परिवार की जमीन, आय और निवास स्थिति की जाँच कर रही है। जाँच पूरी होने के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जाएगी, और गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अपात्र राशन कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया शुरू

जाँच के आधार पर अपात्र परिवारों के बीपीएल राशन कार्ड रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कलेक्टर ने कहा कि सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग न केवल संसाधनों की बर्बादी है, बल्कि यह वास्तविक रूप से जरूरतमंद परिवारों को उनके हक से वंचित करता है। वन नेशन वन राशन कार्ड योजना की सुविधा, जो लाभार्थियों को देश में कहीं से भी राशन लेने की अनुमति देती है, इस मामले में दुरुपयोग का माध्यम बनी है।

व्यापक समस्या की ओर इशारा

नलखेड़ा का यह मामला बीपीएल सूची के रखरखाव और सत्यापन में खामियों को उजागर करता है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी अनियमितताएँ अन्य क्षेत्रों में भी हो सकती हैं, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। इस जाँच को कल्याणकारी योजनाओं की निगरानी को और सख्त करने की जरूरत के रूप में देखा जा रहा है।

बीपीएल सूची में नाम कैसे चेक करें?

नागरिक नलखेड़ा या अन्य क्षेत्रों की बीपीएल सूची को ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:

  1. मनरेगा पोर्टल पर जाएँ: आधिकारिक वेबसाइट (https://nrega.nic.in) पर जाएँ।
  2. विवरण चुनें: ‘Reports’ > ‘State’ > ‘Panchayats’ > ‘Gram Panchayat’ > ‘Generate Reports’ पर क्लिक करें। फिर वित्तीय वर्ष, जिला (भोपाल), ब्लॉक (बैरसिया), और ग्राम पंचायत (नलखेड़ा) चुनें।
  3. सूची देखें: ‘Job Card / Employment Register’ पर क्लिक करें। यह सूची बीपीएल परिवारों को दर्शाती है, क्योंकि मनरेगा में मुख्य रूप से बीपीएल परिवार शामिल होते हैं।
  4. नाम खोजें: सूची में ‘Ctrl + F’ दबाकर या मोबाइल पर ‘Find in Page’ विकल्प से अपना नाम खोजें।
  5. PDF डाउनलोड: सूची को PDF में डाउनलोड करने के लिए ‘Ctrl + P’ या ‘Share > Print > Save as PDF’ चुनें।
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