ढाका, राष्ट्रबाण। शेख हसीना के बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के बाद वहां पैदा हुई अराजकता के बीच देशभर में हिंसा की घटनाओं में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। राजधानी और अन्य स्थानों पर हिंदू मंदिरों पर हमलों, हिंसा और व्यापक लूटपाट के कारण 119 लोग मारे गए हैं। दंगाई बांग्लादेशी हिंदुओं के साथ क्रूर व्यवहार कर रहे हैं।
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सरेआम लूटपाट
देश में पहले से ही विरोध प्रदर्शन और दंगे चल रहे थे, पर शेख हसीना के इस्तीफे के बाद दंगाई बेकाबू हो गए हैं। सरेआम लूटपाट हो रही है, घरों और इमारतों को आग लगाईं जा रही है, लोगों को बेरहमी से पीटा जा रहा है, यहाँ तक कि हत्याएं भी हो रही हैं। लेकिन इस हिंसा का देश में रह रहे हिंदुओं पर बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है।
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टूटा मुसीबतों का पहाड़
बांग्लादेश में कट्टरपंथी दंगाई हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। कई जगहों पर हिंदुओं के साथ मारपीट हो रही हैं, महिलाओं के साथ रेप किया जा रहा है, हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़ की जा रही है, उनसे लूटपाट हो रही है, उनकी संपत्ति पर कब्ज़ा किया जा रहा है और बेहद ही क्रूर बर्ताव किया जा रहा है। कई कट्टरपंथी तो साफ तौर पर हिंदुओं को निशाना बनाने की बात तक कह रहे हैं।
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मंदिरों में भारी तोड़फोड़
बांग्लादेश में कट्टरपंथी दंगाई हिंदू मंदिरों में भी लूटपाट कर रहे हैं और साथ ही तोड़फोड़ भी। इतना ही नहीं, कुछ मंदिरों में तो ये दंगाई आग भी लगा रहे हैं।
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बार्डर पर बढ़ी चौकसी
बांग्लादेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए भारत के उन राज्यों, जिनकी बॉर्डर बांग्लादेश से लगती है, की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही बीएफएफ को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी पूरी स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं।